Rajya Sabha: संसद के दोनों सदनों में अमेरिका की ओर से भारत पर लगाए गए टैरिफ और बिहार एसआईआर के मुद्दे पर हंगामा हुआ, लोकसभा में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने अमेरिकी टैरिफ को लेकर जवाब दिया है।
अमेरिकी टैरिफ पर सरकार का जवाब
लोकसभा में अमेरिकी टैरिफ के मुद्दे केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने जवाब देते हुए कहा कि ‘2 अप्रैल 2025 को, अमेरिकी राष्ट्रपति ने पारस्परिक टैरिफ पर एक कार्यकारी आदेश जारी किया, 5 अप्रैल 2025 से 10% बेसलाइन शुल्क प्रभावी। 10% बेसलाइन टैरिफ के साथ, भारत के लिए कुल 26% टैरिफ की घोषणा की गई, पूर्ण देश-विशिष्ट अतिरिक्त टैरिफ 9 अप्रैल 2025 को लागू होने वाला था।
लेकिन 10 अप्रैल 2025 को इसे शुरू में 90 दिनों के लिए बढ़ाया गया और फिर 1 अगस्त 2025 तक बढ़ा दिया गया।’ उन्होंने कहा कि आयात पर 10-50 फीसदी टैरिफ की बात थी और द्विपक्षीय व्यापार समझौते पर बातचीत हुई थी। पीयूष गोयल ने बताया कि अमेरिका और भारत के बीच चार दौर की बातचीत हुई है। इसके साथ ही समझौते को अंतिम रूप देने के लिए बैठकें की जा रही हैं। आखिरी केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा- हम अपने घरेलू उद्योगों की सुरक्षा करेंगे।
अमेरिकी ‘टैरिफ’ के प्रभावों का आकलन कर रहे हैं- गोयल
वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने लोकसभा में कहा कि अमेरिका द्वारा भारत पर लगाए गए आयात शुल्क (टैरिफ) के प्रभावों का आकलन किया जा रहा है और राष्ट्रीय हितों को सुरक्षित करने और आगे बढ़ाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत से आयातित वस्तुओं पर 25 प्रतिशत अतिरिक्त आयात शुल्क और जुर्माना लगाने की बुधवार को घोषणा की है।
गोयल ने यह भी कहा कि मोदी सरकार किसानों, श्रमिकों, उद्यमियों, निर्यातकों, एमएसएमई तथा उद्योग जगत के सभी हितधारकों की रक्षा और संवर्धन को सर्वोच्च महत्व देती है। गोयल ने सदन में दिए वक्तव्य में अमेरिका के साथ बातचीत के बारे में जानकारी दी और कहा कि दोनों पक्षों के बीच दिल्ली और वाशिंगटन में आमने-सामने की चार बैठकें हुईं तथा कई बार डिजिटल माध्यम से बातचीत हुई।
उनका कहना था, हालिया घटनाक्रम के प्रभावों का आकलन कर रहे हैं। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय सभी हितधारकों से संवाद कर उनके आकलन की जानकारी ले रहा है। गोयल ने कहा, सरकार हमारे किसानों, श्रमिकों, उद्यमियों, निर्यातकों, एमएसएमई और उद्योग जगत के सभी हितधारकों की रक्षा और संवर्धन को सर्वोच्च महत्व देती है। हम अपने राष्ट्रीय हितों को सुरक्षित करने और आगे बढ़ाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएंगे।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया, एक दशक से भी कम समय में पांच कमजोर अर्थव्यवस्थाओं से निकलकर भारत प्रमुख अर्थव्यवस्था बन गया है तथा दुनिया की पांच सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में एक है। उनका कहना था कि यह भी अपेक्षित है कि भारत कुछ ही वर्षों में तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा। गोयल ने कहा, यूएई, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया के साथ व्यापार समझौते किए गए हैं। हम दूसरे देशों के साथ इसी तरह के समझौतों के लिए प्रतिबद्ध हैं।