Politics: संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने शुक्रवार को कहा कि सुरक्षा उल्लंघन के मुद्दे को विपक्ष ने संसद में बहाने के रूप में इस्तेमाल किया। प्रह्लाद जोशी ने संसद में सुरक्षा उल्लंघन पर कहा कि ये घटना गंभीर है, सरकार भी ऐसा मानती है इसलिए जांच चल रही है।
प्रह्लाद जोशी ने कहा कि उन्होंने बहस की बात कही लेकिन उनके पास कोई बहाना नहीं था और चुनाव परिणाम संसद में भी देखा गया, वे हताश थे और अपनी हताशा को दूर करने के लिए वे एक रास्ता खोजना चाहते थे और इस घटना के कारण उन्हें ये मिल गया, उनका ऐसा वो मानते हैं।
लोकसभा की तरह राज्यसभा में ज्यादातर विपक्षी सांसदों की गैरहाजिरी में कानून पास किए गए। इन सांसदों को 13 दिसंबर के सुरक्षा उल्लंघन पर चर्चा के लिए दबाव डालते समय अनियंत्रित व्यवहार के लिए निलंबित कर दिया गया था।
प्रह्लाद जोशी का कहना है कि “तो इसलिए ये जो घटना है गंभीर घटना है। सरकार भी मानती है तो इसलिए पूरा इसकी जांच चल रहा है। सहयोग करने के बजाय क्योंकि ये देश की सुरक्षा और एकता का सवाल है। इसमें बार-बार बात करने बावजूद भी को-ऑपरेशन के बदले में उन्होंने उनको बहाना चाहिए था क्योंकि चार तारीख से जब सेंशन शुरू हुआ तब इन लोगों को कोई प्रोटेस्ट करने के लिए वेल में आने के लिए कोई बहाना नहीं मिला था तो बहाना नहीं मिलने के कारण तो चर्चा शुरू की थी और जो चुनाव का परिणाम आया था उन चुनाव का परिणाम भी इधर पार्लियामेंट में भी इसका असर दिख रहा था। तो एक तरह से डेस्पेरेट थे वो डेस्पेरेशन निकालने के लिए वो डेस्पेरेशन निकालने के लिए एक रास्ता वो खोज रहे थे वो रास्ता इन लोगों को इस घटना के कारण मिला ऐसा वो मानते हैं।”