Politics: देश को एकजुट होकर काम करना चाहिए, भाषा के आधार पर नहीं बांटना चाहिए- किरण रिजिजू

Politics: केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू प्रधानमंत्री जन विकास कार्यक्रम (पीएमजेवीके) पर क्षेत्रीय समीक्षा बैठक और प्रशिक्षण कार्यशाला में शामिल होने के लिए केरल के तिरुवनंतपुरम पहुंचे, यह कार्यशाला दक्षिणी क्षेत्र के राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के लिए आयोजित की गई थी।

कार्यक्रम के बाद केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) में तीन-भाषा का फॉर्मूला पूरे देश के लिए अच्छा है।

एनईपी में तीन-भाषा नीति पर दक्षिणी राज्यों में शुरू हुई बहस के बारे में पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि कुछ गलतफहमी है या कुछ लोग जानबूझकर “राजनीति खेलने की कोशिश कर रहे हैं, राष्ट्रीय शिक्षा नीति में तीन-भाषा नीति पूरे देश के लिए अच्छी है।”

केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि “कुछ लोग जानबूझकर राजनीति करने की कोशिश कर रहे हैं। एनईपी (नेशनल एजूकेशन पॉलिसी) में तीन-भाषा नीति पूरे देश के लिए अच्छी है। आज, माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी भारत के प्रधानमंत्री हैं, लेकिन हिंदी उनकी मातृभाषा नहीं है; उनकी मातृभाषा गुजराती है। हमारे गृह मंत्री अमित शाह जी की मातृभाषा गुजराती है। शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान की मातृभाषा ओड़िया है और मेरी मातृभाषा अरुणाचली है, लेकिन हम अपने देश के हित को सर्वोपरि रखते हुए एक टीम के रूप में काम कर रहे हैं।

इसलिए हमें देश को धर्म या भाषा के आधार पर नहीं बांटना चाहिए। हम सभी भारतीय हैं, आइए हम मिलकर काम करें और प्रधानमंत्री मोदी जी ने लगातार कहा है कि भारत में हर क्षेत्र, हर समुदाय और हर कोई समान है, और सभी को समान सुरक्षा और समान वरीयता के लिए समान व्यवहार दिया जाएगा, इसलिए हमें देश को जाति, पंथ, धर्म या समुदाय या राज्य या क्षेत्र के आधार पर नहीं बांटना चाहिए।”

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