Politics: लोकसभा में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, जब जवाहर लाल नेहरू प्रधानमंत्री थे, तब 17 बार संशोधन किए गए। इंदिरा गांधी के समय पर 28 बार बदलाव किए गए। राजीव गांधी के समय 10 बार बदलाव किया गया। मनमोहन सिंह के समय 7 बार संशोधन किए गए। ये संशोधन गलत नीतियों को लागू करने के लिए किए गए। आज संविधान की रक्षा की बात की जा रही है।
लोकसभा में संविधान पर बहस की शुरुआत करते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि संविधान के निर्माण में कई नेताओं के योगदान को जानबूझकर नजरअंदाज किया गया। कांग्रेस संस्थानों की स्वतंत्रता को कभी बर्दाश्त नहीं कर सकती और हमेशा संविधान के मूल सिद्धांतों को खत्म करने की कोशिश करती है।
उन्होंने कहा, “कांग्रेस ने कई बार संविधान और उसकी भावना का अनादर किया है। कांग्रेस संस्थानों की स्वतंत्रता और स्वायत्तता को बर्दाश्त नहीं कर सकी।”
सत्ता पक्ष की ओर से रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने चर्चा की। राजनाथ सिंह ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी का नाम लिए बगैर कहा कि, “आजकल मैं देखता हूं कि कई विपक्षी नेता संविधान की प्रति अपनी जेब में रखते हैं। दरअसल, उन्होंने बचपन से यही सीखा है, उन्होंने अपने परिवारों को पीढ़ियों तक संविधान को जेब में रखते देखा है। लेकिन भारतीय जनता पार्टी संविधान को सिर-माथे लगाती है।”