PM Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दक्षिण अफ्रीका की तीन दिवसीय यात्रा के बाद भारत लौट आए, मोदी वहां जी20 और आईबीएसए बैठकों में शामिल हुए थे।
जी20 शिखर सम्मेलन में मोदी ने कृत्रिम मेधा (एआई) के दुरुपयोग को रोकने के लिए एक वैश्विक समझौते का आह्वान किया और कहा कि महत्वपूर्ण तकनीकों को वित्त-केंद्रित होने के बजाय मानव केंद्रित होना चाहिए।
प्रधानमंत्री ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) में सुधारों की जोरदार वकालत करते हुए कहा कि भारत, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका (इब्सा) के त्रिपक्षीय मंच को यह स्पष्ट संदेश देना चाहिए कि वैश्विक संस्था में बदलाव अब विकल्प नहीं, बल्कि अनिवार्यता है।
मोदी ने रविवार को ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘जोहानिसबर्ग में सफल जी-20 सम्मेलन एक समृद्ध और टिकाऊ ग्रह (धरती) के निर्माण में योगदान देगा। विश्व नेताओं के साथ मेरी बैठकें और बातचीत बहुत सार्थक रहीं और इनसे विभिन्न देशों के साथ भारत के द्विपक्षीय संबंध और मजबूत होंगे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं इस शिखर सम्मेलन के आयोजन के लिए दक्षिण अफ्रीका के अद्भुत लोगों, राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा और दक्षिण अफ्रीका की सरकार को धन्यवाद देना चाहता हूं।’’
जोहानिसबर्ग में अपने प्रवास के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री केअर स्टॉर्मर, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति ली जे-म्यूंग, ब्राजील के राष्ट्रपति लूला दा सिल्वा, कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी, जापान की प्रधानमंत्री साने ताकाइची, इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी और दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा से मुलाकात की।