PM Modi: प्रधानमंत्री मोदी ने जिलों और केंद्र और राज्य सरकारों के चिन्हित प्राथमिकता वाले कार्यक्रमों के लिए लोक प्रशासन में उत्कृष्टता के लिए प्रधानमंत्री पुरस्कार से भी नवाजा।
प्रधानमंत्री मोदी ने सिविल सेवा दिवस के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में कहा कि “सिविल सेवा में समय के साथ बदलाव लाना होगा।” प्रधानमंत्री मोदी ने 17वें सिविल सेवा दिवस के अवसर पर देश के सिविल सेवकों से कहा, “सिविल सेवा को न सिर्फ नियम पुस्तिका के रखवाले के रूप में बल्कि विकास के सूत्रधार के रूप में सक्षम बनाना चाहिए।”
प्रधानमंत्री मोदी ने जोर देकर कहा कि सिविल सेवा को समकालीन चुनौतियों के अनुसार खुद को बदलना होगा और तभी ये प्रासंगिक रह सकती है। हमें नए मानक बनाने और उन मानकों को आगे बढ़ाने की भी जरूरत है, ये सातवां अवसर था जब प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रीय सिविल सेवा दिवस समारोहों को संबोधित किया।
उन्होंने कहा कि “अब सिविल सर्विस को समकालीन चुनौतियों के हिसाब से खुद को अडॉप्ट करना होगा तभी वो रेलीवेंट बनी रह सकती है। हमें खुद के लिए नई-नई कसौटियां भी बनाते रहना होगा और हर कसौटी को पार करते रहना होगा।”
“आज हम ऐसा वातावरण बना रहे हैं जो सिटिजन में एंटरप्राइज को प्रमोट करें और उन्हें हर बैरियर को क्रॉस करने में मदद दे। इसलिए सिविल सर्विस को इनेबल बनाना होगा। सिर्फ रूल बुक के कीपर के रूप में ही नहीं बल्कि ग्रोथ के फैसिलिटेटर के रूप में अपना विस्तार करना होगा।”
इसके साथ ही कहा कि “सिविल सर्वेंट के रिफॉर्म्स को री-इमेजिन करने का है। हमें रिफॉर्म की पेस और स्केल भी बढ़ानी है। इंफ्रास्ट्रक्चर हो, रिन्यूएबल एनर्जी के लक्ष्य हो, इंटरनल सिक्योरिटी की बात हो, करप्शन को खत्म करने का हमारा मिशन है, सोशल वेलफेयर स्कीम्स हों, ओलंपिक से जुड़े, स्पोर्ट्स से जुड़े लक्ष्य हों हर सेक्टर में हमें नए रिफॉर्म्स करने हैं। हमने अभी तक जितना अचीव किया है अब उससे भी कई गुना ज्यादा हासिल करके दिखाना है।”