National Unity Day: हर साल 31 अक्टूबर को भारत राष्ट्रीय एकता दिवस मनाया जाता है। यह दिन महान व्यक्तित्व वाले सरदार वल्लभ भाई पटेल को समर्पित है जिसने बिखरे रियासतों के भारत को एक सूत्र में पिरोया। वे सिर्फ भारत के पहले उपप्रधानमंत्री और गृह मंत्री रहे थे, बल्कि ‘भारत के लौह पुरुष’ के रूप में उस एकता के प्रतीक बने, जिसने आधुनिक भारत की नींव रखी।
आजादी के बाद भारत 562 रियासतों में बंटा था। ऐसे समय में, सरदार पटेल ने अपनी अदम्य इच्छाशक्ति, राजनीतिक कुशलता और दृढ़ नेतृत्व से इन रियासतों का भारत संघ में विलय कराया। उनके प्रयास से, हैदराबाद, जूनागढ़ और कश्मीर जैसी बड़ी रियासतों का भारत में एकीकरण संभव हुआ। उन्होंने “स्टेट्स रीऑर्गनाइजेशन कमेटी” की नींव रखी, जिससे भारत एक मज़बूत प्रशासनिक ढांचे में संगठित हुआ।
आज ही के दिन 1875 में उनका जन्म गुजरात के करमसद में हुआ था। उन्हें प्यार से भारत का लोहपुरुष कहा जाता है। पटेल का निधन 15 दिसंबर 1950 को हुआ था। पटेल के निधन के तुरंत बाद सम्मान में कई सार्वजनिक स्थानों, पार्कों और सड़कों का नाम उनके नाम पर रखा गया। दिल्ली में पार्लियामेंट स्ट्रीट और अशोका रोड के चौराहे पर उनकी एक शानदार मूर्ति स्थापित की गई, जिसे अब ‘पटेल चौक’ कहा जाता है। इसके पास के दिल्ली मेट्रो स्टेशन का नाम इसी नाम पर रखा गया है।
उनकी विरासत आज भी देशभर में सड़कों, इमारतों और संस्थानों के नाम में जीवित है। दिल्ली में उनके सम्मान में पटेल चौक और प्रमुख सड़कें हैं, साथ ही उनके नाम पर शिक्षण संस्थान और संग्रहालय भी हैं। गुजरात के केवड़िया में उनको समर्पित 182 मीटर ऊंची स्टैच्यू ऑफ यूनिटी है। केरल और पटना में भी उनके नाम पर संग्रहालय, सड़कें और सरकारी भवन हैं।
राष्ट्रीय एकता दिवस परेड-
आज के दिन यानी 31 अक्तूबर को पूरा देश राष्ट्रीय एकता दिवस मना रहा है, गुजरात के एकता नगर में गणतंत्र दिवस परेड की तर्ज पर भव्य परेड का आयोजन किया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी परेड की सलामी ली। नर्मदा जिले के एकता नगर में सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती पर आयोजित भव्य समारोह के दौरान दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ पर भी श्रद्धांजलि दी।
प्रधानमंत्री मोदी ने सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती पर एकता की शपथ दिलाई। ‘राष्ट्रीय एकता दिवस’ परेड में BSF, CRPF, CISF, ITBP और SSB की टुकड़ियां के साथ-साथ असम, त्रिपुरा, ओडिशा, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, पंजाब, जम्मू और कश्मीर, केरल, आंध्र प्रदेश राज्यों के पुलिस बल भी शामिल हैं।