Lok sabha: संसद के मानसून सत्र के दौरान लोकसभा की कार्यवाही दिनभर की कार्यवाही के बाद स्थगित कर दी गई। सदन की अगली बैठक अब 31 जुलाई को सुबह 11 बजे होगी। सत्र की कार्यवाही के दौरान विभिन्न मुद्दों पर जोरदार बहस और विपक्ष तथा सत्ता पक्ष के बीच तीखी नोकझोंक देखने को मिली। हालांकि कुछ विधायी कार्य भी पूरे किए गए, लेकिन हंगामे के चलते कुछ मुद्दों पर चर्चा पूरी नहीं हो सकी।
लोकसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही को स्थगित करने से पहले कहा कि शेष एजेंडा अब कल लिया जाएगा। संसद भवन परिसर में सुरक्षा, महंगाई, कृषि मुद्दों और कुछ क्षेत्रीय मामलों पर चर्चा की मांग को लेकर विपक्षी दलों ने सरकार को घेरने की कोशिश की। बताते चलें कि मानसून सत्र में सरकार कई अहम विधेयकों को पारित कराने की तैयारी में है, जबकि विपक्ष उन मुद्दों पर चर्चा की मांग कर रहा है जिन्हें वह जनहित से जुड़ा मानता है। अब सभी की नजर कल की कार्यवाही पर टिकी है, जहां सरकार और विपक्ष के बीच एक बार फिर बहस तेज हो सकती है।
मणिपुर मुद्दे पर पक्ष और विपक्ष में बहस
मणिपुर की स्थिति को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच हुई बहस के बाद लोकसभा की कार्यवाही आधे घंटे के लिए स्थगित कर दी गई। सदन में राज्य में राष्ट्रपति शासन की अवधि बढ़ाने संबंधी एक वैधानिक प्रस्ताव पर चर्चा हुई। इस कार्यवाही की अध्यक्षता कर रही कुमारी शैलजा ने सदस्यों को शांत करने की कोशिश की, लेकिन दोनों पक्षों की लगातार नारेबाजी के कारण सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी। सदन में पूर्वोत्तर राज्य में राष्ट्रपति शासन की अवधि को छह महीने और बढ़ाने के लिए सरकार द्वारा लोकसभा में पेश किए गए प्रस्ताव पर चर्चा हो रही थी। तृणमूल कांग्रेस की काकोली घोष दस्तीदार बंगाली में बोल रही थीं, तभी उनकी एक टिप्पणी का सत्ता पक्ष ने विरोध किया, जिसके बाद वाकयुद्ध शुरू हो गया।