Kashmir: जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने कहा है कि कश्मीर भारत और पाकिस्तान के बीच फुटबॉल की तरह रहा है। उन्होंने कहा कि भारत और पाकिस्तान दोनों को दुश्मनी खत्म करनी चाहिए और बातचीत शुरू करनी चाहिए।
फारूक अब्दुल्ला दिल्ली में एक किताब के विमोचन के कार्यक्रम में मौजूद थे, इस दौरान उन्होंने कहा कि ट्रेजडी ये है कि जो भी शांति की बात करते हैं उसे भारत और पाकिस्तान दोनों ही एजेंट करार दे देते हैं और वे ऐसे लोगों में से एक हैं। उन्होंने कहा कि जब वे पंजाब में शांति की बात करते हैं तो उन्हें खालिस्तानी बता दिया जाता है।
फारूक अब्दुल्ला ने देश के मौजूदा हालात पर चिंता जताई, उन्होंने कहा कि एक मुसलमान के तौर पर उन्हें दुख होता है कि ये वो भारत नहीं है जिसका उन्होंने सपना देखा था। उनके मुताबिक ये ट्रेजडी है और लोगों के दिमाग में काफी बेकार की बातें भरी जा रही हैं।
फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि जब तक आबादी का एक वर्ग हाशिए पर रहेगा तब तक भारत प्रगति नहीं कर सकता। उन्होंने कहा कि कश्मीर भारत और पाकिस्तान के बीच फुटबॉल की तरह रहा है और ट्रेजडी ये है कि जब भी कोई शांति की बात करता है, तो उन्हें पाकिस्तान और भारत दोनों की तरफ से एजेंट करार दिया जाता है, मैं उनमें से एक हूं। जब मैं पंजाब में शांति की बात करता था तो मुझे खालिस्तानी करार दिया जाता था।