Haryana: डेयरी प्रोडक्ट के रिसर्च के लिए दुनियाभर में मशहूर हरियाणा के करनाल में राष्ट्रीय दुग्ध अनुसंधान संस्थान यानी एनडीआरआई ने दूध से बनी पारंपरिक मिठाई बनाने के तरीके को बदल दिया है।
संस्थान ने उन्नत किस्म की थ्री-डी प्रिंटिंग तकनीक ईजाद की है, जिससे भारतीय मिठाइयां बनाई जा सकती हैं। खास बात ये है कि इसे कस्टमाइज करके किसी भी आकार, रूप या डिजाइन में बनाया जा सकता है।
मिठाई बनाने की ये थ्री डी प्रिटिंग तकनीक अभी बाजार में कमर्शियल तौर पर नहीं आई है, एनडीआरआई के छात्र और वैज्ञानिक इस पर अभी काम कर रहे हैं। लेकिन संस्थान इस नवाचार को बाजार में लाने से पहले किसी कंपनी या स्टार्टअप के साथ सहयोग करने के लिए तैयार है।
एनडीआरआई छात्रा अपर्णा ने बताया कि “थ्री डी प्रिटिंग तकनीक एक नवीनतम तकनीक है, जो पहले से ही चॉकलेट जैसे प्रोडक्ट्स में विदेश में पहले ही हो चुका है। हम इंडिया में पहली बार जो ट्रेडिशनियली जो डेयरी प्रोडक्ट्स हैं बर्फी, संदेश वगैरह। उसको हम यहां पर थ्री-डी प्रिंट कर सकते हैं। जैसे कि आप देख सकते हैं कि ये एक थ्री डी प्रिटिंग मशीन है, जिसमें कि हमें जो भी ऑब्जेक्ट चाहिए, जो भी हमें आकार चाहिए- स्टार की शेप में चाहिए, एक डॉल्फिन की शेप में चाहिए। जो भी आकार में आप चाहते हैं वो शेप में आप प्रोडक्ट को आप प्रिंट कर सकते हैं। उसमें जैसे आपको बर्फी लो कैलोरी बनाना है, किस शेप में बनाना है, किस डायमेंशन में बनाना है वो पूरा चॉयस आपके ऊपर में होगा।”
इसके साथ ही एनडीआरआई निदेशक धीर सिंह ने कहा कि “हमने अभी उस थ्री डी प्रिंटिंग में बर्फी का पहला सैंपल बनाया हुआ है। तो मशीन में क्या है कि जो कस्टमर की मांग है वैसा हम प्रोडक्ट बना कर देंगे। जल्द ही हम इसको लॉन्च कर दिए हैं। लेकिन इसको कमर्शियल करने के लिए अभी ये हमारा लैब पर बेस्ड है ज्यादा प्रोडक्शन नहीं हो सकता अभी कम प्रोजक्शन है। तो मैं सोच रहा था कि हम इसकी एक गूगल फॉम बनान कर लॉन्च करेंगे।”