Assembly bypolls: सात राज्यों की 13 विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए वोट डाले जा रहे हैं। जिन विधानसभा सीट पर उपचुनाव होना है, वह पश्चिम बंगाल की रायगंज, राणाघाट दक्षिण, बागदा और मानिकतला, उत्तराखंड की बद्रीनाथ और मंगलौर, पंजाब की जालंधर पश्चिम, हिमाचल प्रदेश की देहरा, हमीरपुर और नालागढ़, बिहार की रुपौली, तमिलनाडु की विक्रावांडी और मध्य प्रदेश की अमरवाड़ा सीट हैं।
उपचुनाव मौजूदा सदस्यों के निधन या इस्तीफे की वजह से खाली सीटों पर हो रहा है। लोकसभा चुनाव के बाद पहली बार हो रहे चुनाव में कई दिग्गज सहित चुनाव मैदान में पहली बार कदम रख रही हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की पत्नी कमलेश ठाकुर भी किस्मत आजमा रही हैं।
पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ टीएमसी लोकसभा चुनावों में अपने बेहतर प्रदर्शन का फायदा उठाने की कोशिश में है। बीजेपी संसदीय चुनावों में चार सीट पर मिली अहम बढ़त का फायदा उठाना चाहेगी, पश्चिम बंगाल में 2021 के विधानसभा चुनावों में टीएमसी ने मानिकतला सीट पर कब्जा किया था। जबकि बीजेपी ने रायगंज, राणाघाट दक्षिण और बगदाह सीट में जीत हासिल की थी।
हालांकि बीजेपी विधायक बाद में टीएमसी में शामिल हो गए। फरवरी 2022 में टीएमसी विधायक साधन पांडे के निधन से मानिकतला विधानसभा सीट पर उपचुनाव हो रहा है। टीएमसी ने इस सीट से उनकी पत्नी सुप्ती को चुनाव मैदान में उतारा है, सत्तारूढ़ पार्टी ने रायगंज से कृष्णा कल्याणी और रानाघाट दक्षिण से मुकुट मणि अधिकारी को उम्मीदवार बनाया है।
बीजेपी ने अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ के अध्यक्ष कल्याण चौबे को मानिकतला, मनोज कुमार विश्वास को राणाघाट दक्षिण, बिनय कुमार विश्वास को बगदाह और मानस कुमार घोष को रायगंज से चुनाव मैदान में उतारा है। हिमाचल प्रदेश में देहरा, हमीरपुर और नालागढ़ विधानसभा सीट पर भी उपचुनाव के लिए बुधवार को वोटिंग हो रही है। ये सीट तीन निर्दलीय विधायकों – देहरा से होशियार सिंह, हमीरपुर से आशीष शर्मा और नालागढ़ से के. एल. ठाकुर के 22 मार्च को इस्तीफा देने के बाद खाली हुई थीं। इन विधायकों ने 27 फरवरी को राज्यसभा चुनाव में बीजेपी के लिए वोट दिया था।
तीनों सीट पर कुल 13 उम्मीदवार और 2,59,340 वोटर हैं। उत्तराखंड की मंगलौर सीट पर तिकोना मुकाबला है, पिछले साल अक्टूबर में बीएसपी विधायक सरवत करीम अंसारी के निधन से उपचुनाव हो रहा है। मुस्लिम और दलित बहुल मंगलौर सीट पर बीजेपी कभी नहीं जीती है। इस सीट पर पहले या तो कांग्रेस या फिर बीएसपी का कब्जा रहा है, इस बार बीएसपी ने अंसारी के बेटे उबेदुर रहमान को कांग्रेस उम्मीदवार काजी मोहम्मद निजामुद्दीन के खिलाफ मैदान में उतारा है, गुज्जर नेता और बीजेपी उम्मीदवार करतार सिंह भड़ाना भी मैदान में हैं।
बद्रीनाथ विधानसभा सीट पर भी वोटिंग है। इस साल मार्च में कांग्रेस विधायक राजेंद्र भंडारी इस्तीफा देकर बीजेपी में शामिल हो गए थे। इसके बाद ये सीट खाली हो गई थी। बद्रीनाथ में बीजेपी के राजेंद्र भंडारी और कांग्रेस उम्मीदवार लखपत सिंह बुटोला के बीच सीधा मुकाबला है। पंजाब की जालंधर पश्चिम विधानसभा सीट पर उपचुनाव को मुख्यमंत्री भगवंत मान के लिए अग्निपरीक्षा मानी जा रही है। उन्होंने लोकसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी (एएपी) के खराब प्रदर्शन के बाद उपचुनाव में जीत के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा दिया है।
जालंधर पश्चिम रिजर्व लोकसभा सीट है। यहां ‘एएपी’, कांग्रेस, बीजेपी और बीएसपी उम्मीदवारों के बीच मुकाबला है। जालंधर पश्चिम सीट, एएपी विधायक शीतल अंगुरल के इस्तीफा देने के बाद खाली हो गई थी, यहां उपचुनाव में कुल 15 उम्मीदवार किस्मत आजमा रहे हैं। वोटों की गिनती 13 जुलाई को होगी।