Yoga Day: 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाएगा, जम्मू में रहने वाली मशहूर योग विशेषज्ञ सुषमा गुप्ता की मानें तो ये दिन अब एक उत्सव का रूप ले चुका है जिसका हर कोई बेसब्री से इंतजार करता है।
योग विशेषज्ञ सुषमा गुप्ता ने कहा कि “ट्वेंटी फर्स्ट को हम इलेवेंथ योग दिवस मनाने जो रहे हैं, ये एक हमारे लिए त्योहार की तरह है और इसे हम बड़े सौक से मनाते हैं। पहले से ही हमें मालूम होता है कि हमें वहां जाना है, वहां जाना है, वहां क्लास लेनी हैं। तो ये हमारे लिए एक दीवाली जैसा हो गया है।”
सुषमा योग करने के फायदे भी बताती हैं। उनके मुताबिक इसे हर किसी की रोजमर्रा की जिंदगी का हिस्सा बन जाना चाहिए क्योंकि ये सेहतमंद रखने में अहम भूमिका निभाता है।
उनका यह भी मानना है कि योग शुरू करने के लिए कोई उम्र सीमा नहीं है और बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सभी को इसे अपनी जिंदगी का नियमित हिस्सा बनाना चाहिए।
योग विशेषज्ञ सुषमा गुप्ता ने कहा कि “जब हम योग करते हैं सबसे बड़ी बात यह है कि योग हम बहुत धीरे-धीरे करते हैं, आसन हम बहुत धीरे करते हैं। उससे क्या लाभ मिलता है हमारे शरीर को उससे हमारे इनर मशल्लस जो है….वो प्रभाव में आते है और हमारे शरीर के सभी अंग जो स्वस्थ रहते हैं। जब हमारे बॉडी पार्ट स्वस्थ हुए तो हमारा पुरा का पुरा शरीर स्वास्थ रहता है ”
योग से जुड़ी बारीकियों की समझ रखने वाली सुषमा का कहना है कि ज्यादातर लोग योग को सिर्फ शारिरिक स्वास्थ्य के लिए बेहतर मानते हैं जबकि ये उनकी मानसिक सेहत को भी बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
“योग से हमारे शरीर तो स्वस्थ रहता ही है , इससे हमारे मानसिक विकार भी दूर होते हैं। मानसिक विकार क्या है हमारे काम, क्रोध, मोह, लोभ, अहंकार, ये हमारे मानसिक विकार हैं, ये सब हमारे दूर होते है। ईगो जिसे हम कहते हैं न बहुत बुरी चीज है ईगो, वो सबसे पहले हमारी प्रभाव में आती हैं और योग से हमारी जो ईगो है वो समाप्त होती है।”
योग दिवस मनाने का विचार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा प्रस्तावित किया गया था। इसे 2014 में संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा अपनाया गया था, दुनिया भर के देशों में 21 जून को मनाए जाने वाले 11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की इस बार की थीम ‘एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के लिए योग’ रखी गई है।