West Bengal: कोलकाता पुलिस द्वारा ‘द बंगाल फाइल्स’ के ट्रेलर का प्रदर्शन रोके जाने के बाद निर्देशक विवेक अग्निहोत्री ने आरोप लगाया कि लोगों के लोकतांत्रिक अधिकारों पर हमला हो रहा है। उन्होंने कहा कि इसके लिए जरूरी अनुमति ली गई थी। उन्होंने कहा, “आप देख सकते हैं कि यहां कितने पुलिसकर्मी आए हैं। क्या हम कोई चोर हैं क्या?” निर्देशक ने इस घटना को ‘तानाशाही’ करार दिया।
जून महीने में फिल्म का पहला टीजर रिलीज होने के बाद, टीएमसी समर्थक रुख के लिए जाने जाने वाले एक समूह ने आरोप लगाया कि ये फिल्म 2026 के विधानसभा चुनावों से पहले बीजेपी के रचे गए ‘सांप्रदायिक एजेंडे’ का हिस्सा है। ‘द बंगाल फाइल्स’ 1940 के दशक में अविभाजित बंगाल में हुई सांप्रदायिक हिंसा पर आधारित है। ये फिल्म पांच सितंबर को सिनेमाघरों में रिलीज होने वाली है।
अग्निहोत्री द्वारा लिखित इस फिल्म में मिथुन चक्रवर्ती, पल्लवी जोशी, अनुपम खेर और दर्शन कुमार मुख्य भूमिकाओं में हैं। ये अग्निहोत्री की ‘द ताशकंद फाइल्स’ (2019) और ‘द कश्मीर फाइल्स’ (2022) के बाद तीसरी किस्त है।
इसके पर फिल्म निर्माता विवेक रंजन अग्निहोत्री ने कहा कि “आज इतना बड़ा ये सवाल खड़ा हो गया है भारत की जनता को उसका जवाब देना पड़ेगा। क्या भारत में दो संविधान चलते हैं एक भारत का और एक यहां पे मैडम का, चलते हुए ट्रेलर को रोका गया है यहां पे। हमारे थिएटर की परमिशन रद्द की गई, आज ये रोका गया है।”
“कितनी पुलिस यहां फैली है, क्या हम कोई चोर हैं क्या? हमें सेंसर बोर्ड से मंजूरी समेत सभी परमिशन मिले थे। ये अराजकता और तानाशाही है।”
In memory of the victims of Direct Action Day (16th August 1946), I present to you the official trailer of #TheBengalFiles — the boldest film ever on the untold story of the Hindu genocide.
In cinemas 5th September 2025.
Please bless us.🙏🏻
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— Vivek Ranjan Agnihotri (@vivekagnihotri) August 16, 2025