UPI: त्योहारी मौसम के समय खरीदारी बढ़ने से एकीकृत भुगतान प्रणाली (यूपीआई) के जरिये रिकॉर्ड लेनदेन किया गया। अक्टूबर में कुल 20.7 अरब यूपीआई लेनदेन हुए जिनका मूल्य 27.28 लाख करोड़ रुपये रहा। यूपीआई का संचालन करने वाले भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई) की तरफ से जारी आंकड़ों के मुताबिक, मूल्य के आधार पर ये अबतक का सबसे ऊंचा आंकड़ा है।
इससे पहले मई, 2025 में 25.14 लाख करोड़ रुपये का रिकॉर्ड लेनदेन हुआ था, जबकि मात्रा के लिहाज से पिछला उच्चस्तर जुलाई में 19.47 अरब रहा था। एनपीसीआई के अनुसार, अक्टूबर, 2024 की तुलना में इस साल अक्टूबर में यूपीआई लेनदेन का मूल्य 16 प्रतिशत बढ़ गया।
वहीं मासिक आधार पर ये वृद्धि 9.5 प्रतिशत रही, क्योंकि सितंबर में लेनदेन मूल्य 24.90 लाख करोड़ रुपये और मात्रा 19.63 अरब रही थी। दशहरा और दिवाली के इस त्योहारी महीने में यूपीआई से प्रतिदिन औसतन 66.8 करोड़ लेनदेन हुए जिनका औसत दैनिक मूल्य 87,993 करोड़ रुपये रहा।
स्पाइस मनी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) दिलीप मोदी ने कहा, “त्योहारी मौसम जैसे व्यस्त बिक्री समय में यूपीआई लेनदेन का लगातार बढ़ना भारत की डिजिटल अवसंरचना की मजबूती और वास्तविक समय में भुगतान संपन्न करने की उसकी क्षमता को दर्शाता है। ये भी बताता है कि डिजिटल भुगतान का व्यवहारगत परिवर्तन अब शहरों से लेकर भारत के गांवों तक मजबूती से स्थापित हो चुका है।”
फिलहाल देश में होने वाले कुल डिजिटल लेनदेन में यूपीआई की हिस्सेदारी 85 प्रतिशत है। वहीं वैश्विक स्तर पर वास्तविक समय में होने वाले डिजिटल भुगतान में यूपीआई का हिस्सा करीब 50 प्रतिशत है। यूपीआई इस समय सात देशों- संयुक्त अरब अमीरात (यूएई), सिंगापुर, भूटान, नेपाल, श्रीलंका, फ्रांस और मॉरीशस में संचालित है। फ्रांस में इसकी शुरुआत यूरोप में यूपीआई के पहले कदम के रूप में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि मानी जा रही है।