UGC-NET: केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की सिफारिश पर सीबीआई ने अज्ञात लोगों के खिलाफ यूजीसी-नेट पेपर लीक मामले में एफआईआर दर्ज कर ली है। अधिकारियों ने बताया कि जूनियर रिसर्च फेलो, असिस्टेंट प्रोफेसर और पीएचडी स्कॉलर्स के सेलेक्शन के लिए एनटीए की तरफ से यूजीसी-नेट 2024 की परीक्षा 18 जून को देश भर में दो शिफ्ट में कराई गई थी।
सूत्रों ने बताया कि परीक्षा के अगले दिन यूजीसी को भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र (आईफोरसी) की साइबर क्राइम यूनिट से इनपुट मिला था कि ये पेपर डार्कनेट पर लीक हो गया था। इसके बाद इसे मैसेजिंग प्लेटफॉर्म पर पांच से छह लाख रुपये में बेचा गया था।
अपराधियों तक पहुंचने के लिए सीबीआई अपनी साइबर टीम, डार्कनेट एक्सप्लोरेशन सॉफ्टवेयर और आईफोरसी की मदद से जांच करेगी। अधिकारियों ने बताया कि शिक्षा मंत्रालय की शिकायत के मुताबिक केंद्रीय गृह मंत्रालय के तहत काम करने वाली संस्था आईफोरसी से मिला इनपुट “इस बात का संकेत देता है कि परीक्षा में गड़बड़ी की गई है।”
एफआईआर में फिलहाल अज्ञात आरोपितों के खिलाफ आईपीसी की धारा 120-बी और 420 के तहत मामला दर्ज किया गया है।