Telangana: उत्तर-पश्चिम से लेकर मध्य और दक्षिण भारत में इन दिनों हो रही भारी बारिश से जन-जीवन अस्त-व्यस्त है, गुजरात-राजस्थान सहित कई राज्यों में नदियां ऊफान पर हैं। वहीं दक्षिण भारत में भी हाल कुछ इसी तरह के हैं। अकेले आंध्र प्रदेश के पांच जिलों के 294 गांवों से 13,227 लोगों को सुरक्षित निकाला गया है। तेलंगाना में सोमवार को सभी प्राइमरी और माध्यमिक स्कूलों को बंद रखने का निर्देश दिया गया है
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के मुख्यमंत्रियों से बात की और दोनों राज्यों में बाढ़ की स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने इन राज्यों को हरसंभव केंद्रीय सहायता का भी आश्वासन दिया। हैदराबाद समेत तेलंगाना के कई इलाकों में रविवार को भी भारी बारिश जारी रही। मुख्यमंत्री रेड्डी ने हालात की समीक्षा के लिए मंत्रियों, अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के साथ आपात बैठक की।
तेलंगाना के पड़ोसी राज्य आंध्र प्रदेश में, पिछले दो दिनों में हुई बारिश के कारण कई जगहों पर, विशेषकर विजयवाड़ा और उसके आसपास के इलाकों में जनजीवन प्रभावित हुआ है, जबकि राज्यभर में 17,000 प्रभावित लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया है।
तेलंगाना के महबूबाबाद और खम्मम जिलों में बारिश से जुड़ी अलग-अलग घटनाओं में एक महिला की मौत हो गई, जबकि तीन के बह जाने की खबर है।
दक्षिण मध्य रेलवे के अंतर्गत कई जगहों पर रेल पटरियों पर पानी जमा होने की सूचना है। 99 ट्रेनें रद्द कर दी गईं और 54 का रास्ते बदल दिया गया। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री बंदी संजय कुमार ने ‘एक्स’ पर पोस्ट में कहा कि उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री को तेलंगाना के खम्मम में गंभीर हालात के बारे में सूचित किया है। उन्होंने कहा कि शाह के आदेश के बाद, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के नौ दलों को तेलंगाना भेजा गया है।