अमेरिका ने ईरान में तीन प्रमुख परमाणु संयंत्रों पर बमबारी की है। इसके बाद मध्य-पूर्व में तनाव बढ़ गया है। तनाव का असर वैश्विक और इक्विटी बेंचमार्क सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी के कारोबार पर भी पड़ा है। सोमवार को दोनों गिरावट के साथ बंद हुए। हमलों के बाद ईरान ने होर्मुज जलडमरूमध्य को बंद करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। ये वैश्विक तेल आपूर्ति का महत्वपूर्ण कॉरिडोर है। इससे भी बाजार की धारणा खराब हुई है।
इस घटनाक्रम की वजह से वैश्विक कच्चे तेल की कीमतों में उछाल आया, जो सोमवार को 1.24 फीसदी बढ़कर 78.25 डॉलर प्रति बैरल हो गई। दोपहर के कारोबार में बाजार दिन के निचले स्तर से उबरे और शुरुआती गिरावट कम हुई। कारोबार खत्म होने पर 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 511 अंक गिरकर इक्यासी हजार 896 और एनएसई निफ्टी 140 अंक गिरकर चौबीस हजार 971 पर बंद हुआ।
सेंसेक्स पैक में इंफोसिस, लार्सन एंड टुब्रो, एचसीएल टेक, महिंद्रा एंड महिंद्रा और हिंदुस्तान यूनिलीवर में गिरावट आई, जबकि ट्रेंट लिमिटेड, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड, बजाज फाइनेंस, कोटक महिंद्रा बैंक और बजाज फिनसर्व को सबसे ज्यादा फायदा हुआ।
क्षेत्रीय मोर्चे पर आईटी, ऑटो, बैंक, एफएमसीजी और तेल एवं गैस शेयरों ने बाजार को कमजोर किया, जबकि मीडिया, धातु, वित्तीय सेवाएं, उपभोक्ता टिकाऊ वस्तुएं और बिजली शेयरों ने बाजार को मजबूती दी। एशियाई बाजारों में, हांगकांग का हैंग सेंग और चीन का शंघाई कंपोजिट हरे निशान पर, जबकि जापान का निक्केई, इंडोनेशिया का जकार्ता कंपोजिट और सियोल का कोस्पी लाल निशान पर बंद हुए।
सोमवार को यूरोपीय बाजार का रुख मिला-जुला रहा। शुक्रवार को ज्यादातर अमेरिकी बाजार नीचे बंद हुए। विदेशी संस्थागत निवेशक शुक्रवार को शुद्ध खरीदार थे। उन्होंने सात हजार 940 करोड़ रुपये से ज्यादा की इक्विटी खरीदी।