Stock market: उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में इक्विटी बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टी स्थिर रुख के साथ बंद हुए, विदेशी संस्थागत निवेशकों की पूंजी निकासी जारी रहने और वायदा व विकल्प खंड में मासिक सौदों के निपटान के अंतिम दिन बाजार में उतार-चढ़ाव आया।
30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 10 अंक बढ़कर 74,612 पर जबकि एनएसई निफ्टी दो अंक लुढ़ककर 22,545 पर बंद हुआ। सेंसेक्स में शामिल शेयरों में बजाज फिनसर्व, बजाज फाइनेंस, सन फार्मा, ज़ोमैटो, टाटा स्टील और नेस्ले सबसे ज्यादा चढ़े।
वहीं अल्ट्राटेक सीमेंट, टाटा मोटर्स, महिंद्रा एंड महिंद्रा, कोटक महिंद्रा बैंक, टेक महिंद्रा और भारतीय स्टेट बैंक के शेयर सबसे ज्यादा लुढ़के। सेक्टोरल फ्रंट पर निजी क्षेत्र के बैंकों, वित्तीय सेवाओं और दूरसंचार शेयरों ने बाजार को रफ्तार दी। वहीं मीडिया, कैपिटल गुड्स, रियलिटी, ऑटो, पब्लिक सेक्टर बैंक और पावर शेयरों में सबसे ज्यादा गिरावट देखी गई।
एशियाई बाजारों में जापान का निक्केई और चीन का शंघाई कंपोजिट बढ़त के साथ जबकि हॉन्गकॉन्ग का हैंग सेंग, सियोल का कोस्पी और इंडोनेशिया का जकार्ता कंपोजिट गिरावट के साथ बंद हुआ। यूरोपीय बाजार ज्यादातर गिरावट के साथ कारोबार कर रहे थे। बुधवार को अमेरिकी बाजार मिले-जुले रुख पर बंद हुए, विदेशी संस्थागत निवेशक मंगलवार को शुद्ध विक्रेता रहे और उन्होंने 3,529 करोड़ रुपये से ज्यादा के शेयर बेचे।
मार्केट एक्सपर्ट अरुण मंत्री ने कहा कि “मासिक समाप्ति के दिन भारतीय बाजार पूरे दिन 20 से 30 अंक के दायरे में समेकित हुए हैं, जहां 22,500 से 22,480 बाजार के लिए एक मजबूत समर्थन बना हुआ है, जबकि 22,600 से 22,650 तत्काल प्रतिरोध बना हुआ है। इसलिए कुल मिलाकर बाजार इस दायरे में रहे हैं और कॉल राइटर और पुट राइटर का बाजार पर दबदबा रहा है, जहां विकल्प के खरीदार नुकसान के साथ थमे। तो कुल मिलाकर निफ्टी का रुझान नीचे की ओर है। जब तक ये ऊपरी स्तर पर 22,700 से ऊपर नहीं जाता, तब तक निचले स्तर पर 22,300 से 22,400 तक तत्काल समर्थन रहेगा।”