Stock market: इक्विटी बेंचमार्क सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी ने गुरुवार को बहुत ज्यादा अस्थिर कारोबारी सत्र को मामूली बढ़त के साथ खत्म किया। उच्च स्तर पर मुनाफावसूली और कमजोर वैश्विक संकेतों की वजह से बाजार की धारणा कमजोर रही। जबकि विदेशी पूंजी की निकासी से दबाव और बढ़ गया।
30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स सिर्फ 12 अंक बढ़कर 84,478 पर जबकि 50 शेयरों वाला एनएसई निफ्टी महज तीन अंक चढ़कर 25,875 पर बंद हुआ।
सेंसेक्स में शामिल शेयरों में एशियन पेंट्स, आईसीआईसीआई बैंक, लार्सन एंड टुब्रो, पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन और बजाज फिनसर्व सबसे ज्यादा चढ़े। जबकि इटरनल लिमिटेड, टाटा मोटर्स कमर्शियल व्हीकल्स, महिंद्रा एंड महिंद्रा, ट्रेंट लिमिटेड और टाटा स्टील के शेयर सबसे ज्यादा लुढ़के।
वीओ: क्षेत्रीय मोर्चे पर उपभोक्ता टिकाऊ वस्तुएं, दूरसंचार, रियलिटी, धातु और वित्तीय सेवाओं के शेयरों ने बाजार की रफ्तार को आगे बढ़ाया। जबकि पूंजीगत वस्तुएं, आईटी, एफएमसीजी, सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक, ऑटो और ऊर्जा शेयरों ने बाजार को नीचे खींच लिया।
जापान के निक्केई, सियोल के कोस्पी, हॉन्गकॉन्ग के हैंगसेंग और चीन के शंघाई कम्पोजिट सहित लगभग सभी एशियाई बाजार बढ़त के साथ बंद हुए।
यूरोपीय बाजारों में गुरुवार को मिला-जुला रुख रहा। अमेरिकी बाजार भी बुधवार को मिले-जुले रुख के साथ बंद हुए। बुधवार को विदेशी संस्थागत निवेशक शुद्ध विक्रेता रहे और उन्होंने 1,750 करोड़ रुपये से ज्यादा के शेयर बेचे।