Stock market: छह दिनों की बढ़त के बाद एफएमसीजी और बैंकिंग शेयरों में मुनाफावसूली हुई, शेयर बाजार के बेंचमार्क सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी में गिरावट दर्ज की गई और कारोबार का अंत नुकसान के साथ हुआ।
विदेशी पूंजी की निकासी ने भी बाजार पर असर डाला, 30 शेयर वाला बीएसई सेंसेक्स 344 अंक गिरकर 84 हजार 211 पर, जबकि 50 शेयर वाला एनएसई 96 अंक गिरकर 25 हजार 795 पर बंद हुआ।
सेंसेक्स के शेयरों में हिंदुस्तान यूनिलीवर, अल्ट्राटेक सीमेंट, कोटक महिंद्रा बैंक, अदानी पोर्ट्स और टाइटन को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ, जबकि भारती एयरटेल, आईसीआईसीआई बैंक, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड, सन फार्मा और आईटीसी सबसे ज्यादा फायदे में रहे।
पुरातन भारती, बाजार के जानकार “बाजार आमतौर पर 26,000 के आसपास रहते हैं। बाजार 26,000 के स्तर से नीचे गिर गए हैं। इसका क्या कारण है? कारण ये है कि अगले सप्ताह 29 अक्टूबर को एफओएमसी की बैठक होने वाली है, जिससे बाजार अस्थिर रहेगा। अगला समर्थन स्तर स्पष्ट रूप से 25,500 के आसपास है और प्रतिरोध, यानी तत्काल प्रतिरोध 26,100 के आसपास है।”
जापान के निक्केई, सियोल के कोस्पी, चीन के शंघाई कंपोजिट और हांगकांग के हैंग सेंग समेत लगभग सभी एशियाई बाजार फायदे में रहे, यूरोपीय बाजार नुकसान में, जबकि गुरुवार को अमेरिकी बाजार फायदे में रहे। विदेशी संस्थागत निवेशकों ने गुरुवार को शुद्ध बिकवाली की और लगभग 1 हजार 166 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।