Srinagar: श्रीनगर में डल झील इलाके के अंदरूनी हिस्से में मौजूद कांड मोहल्ले के लोग कश्मीर में विधानसभा चुनाव के दूसरे राउंड को देखने आए विदेशी प्रतिनिधियों के दौरे के समय फेमस डल लेक की अस्थायी सफाई और बदलाव से नाराज और परेशान हैं।
लोगों ने आरोप लगाया कि विधानसभा चुनाव के दूसरे राउंड के दौरान इलाके में एक स्पेशल पोलिंग सेंटर पर आए कई देशों के प्रतिनिधियों के सामने झील की खराब स्थिति को छिपाने के लिए डल झील के कुछ हिस्से को साफ कर दिया गया या पॉलीथीन से ढक दिया गया था।
लोगों ने ये भी आरोप लगाया कि कांड मोहल्ले के आसपास साल के बाकी समय में झील की कोई देखभाल नहीं की जाती है, केवल वीवीआईपी दौरों के समय ही कुछ हिस्से की सफाई होती है। उन्होंने कहा कि सरकार के पास करोड़ों की मशीनें हैं, लेकिन उनका इस्तेमाल झील की सफाई के लिए शायद ही कभी किया जाता है।
अमेरिका, यूरोपीय संघ, रूस और ऑस्ट्रेलिया समेत 16 विदेशी मिशन के राजनयिकों का एक ग्रुप बुधवार को श्रीनगर पहुंचा और दूसरे राउंड की वोटिंग देखी, उनके साथ विदेश मंत्रालय के चार अधिकारी भी थे। प्रतिनिधियों ने कांड मोहल्ले के पोलिंग सेंटर पर युवाओं और पहली बार वोटिंग करने वालों से बात भी की, उनके साथ फोटो खिंचवाईं और वोटिंग के अधिकार का इस्तेमाल करने के लिए उनकी तारीफ की।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि “पता नहीं उस पर बैठकर देख ही है, बस काम नहीं चलते, हां सामने तो नेहरू बाड़ी के साइड काम कर रहे हैं। वो चाहे वो टूरिस्ट आया या कुछ भी आया, कोई भी आया, मगर उधर तो काम कर रहे, यहां तो अंदरूनी इलाके से काम नहीं कर रही वो मशीन।
“हमने जो देखा, उनको जो दिखाया गया वो असल में हकीकत नहीं है, अगर आप डल का हालत देखोगे अंदर वाली साइड में तो वो पूरा गंध, डल पूरा खत्म हो गया। जब से ये डिपार्टमेंट बना है, तब से 30 सालों से यहां डल पूरा खत्म हो गया, उसका कोई डेवलप नहीं हो रहा है, ऊपर से इन्होंने मशीने पांच-10 लाए हैं यहां झील के लिए, सफाई के लिए, मगर वो काम नहीं कर रहा है।”