Srinagar: नॉर्थ कश्मीर के कुपवाड़ा में सीजन की सेब की पहली फसल ‘गाला मस्त’ की कटाई शुरू हो गई है, हाई डेंसिटी फार्मिंग से आने की वजह से ये फसल इस इलाके के लिए गेम-चेंजर साबित हो रही है।हाई डेंसिटी फार्मिंग खेती की ऐसी तकनीक है जिससे छोटी जगह पर भी ज्यादा और उम्दा सेब उगाए जा सकते हैं, इससे पैदावार बढ़ती है जिससे कमाई भी अच्छी होती है।
जिस बाग में पहली फसल कट रही है, उसकी देखभाल बागवानी विभाग कर रहा है, इस वक्त फसल काटने का फायदा ये हुआ कि किसान बेवक्त बर्फबारी से होने वाले नुकसान से बच गए। वर्ना नवंबर में काटी जाने वाली ट्रडिशनल किस्म के साथ ये परेशानी आम है।
इस इलाके में सेब की खेती से कई लोगों को रोजगार मिल रहा है। जम्मू कश्मीर के बागवानी विभाग ने सेब किसानों की मदद के लिए कई पहल की हैं। हाई डेंसिटी फार्मिंग 2021 में लॉन्च की गई थी और ये मार्च 2026 तक चलेगी। डॉ. शाजिया हसन ने कहा कि “यह जो प्लांटेशन है इसको हम हाई डेंसिटी एपल प्लांटेशन बोलते हैं। ये हमारा लगभग 70 कनाल पर ये ऑर्चेड है इस ऑर्चेड में बहुत डिफरेंट टाइप की वैरायटीज जैसे कि आप देख रहे हैं लगी हुई है, जैसे कि जो नई-नई वैरायटी जिनका इस टाइम मार्केट वैल्यू हाई है। गाला सीरीज है हमारे पास यहां पे, किंग रोट है हमारे पास। जो-जो नई वैरायटी है वो इस ऑर्चेड में एवेलेबल है, तो अभी जैसे आप देख रहे हैं फ्रूट भी काफी कलर ज्यादा कलर में आया है इस ऑर्चेड का, तो ये एज अ मदर ऑर्चेड है।”
इसके साथ ही कहा कि “यह जो सेब है, इसका ऑक्शन होता है, तो ये हम जनरली जो है फूड ग्रोअर होते हैं, जैसे कोई बिडर आता है, जहां पर वो हार्वेस्टिंग कर रहे हैं इस टाइम, इसका ऑलमोस्ट ये तैयार हो गया है, तो अभी हमारा जो यहां पे बिडर है जिसने ऑक्शन, जिसका ये कॉन्ट्रेक्ट है, जिसने ये खरीदा हुआ है फ्रूट, तो वो इसमें हार्वेस्टिंग कर रहा है, तो वो पैक करके आगे मार्केट में सप्लाई कर रहा है।”