Shimla: हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में सरस मेला और खाद्य महोत्सव शुरू हुआ। खाद्य महोत्सव 10 दिन चलेगा, महोत्सव में तरह-तरह के पकवानों के स्टॉल हैं। आगंतुक स्टॉलों में राज्य की खासियत वाले जायकेदार पकवानों का स्वाद ले सकते हैं।
महोत्सव का लुत्फ आम लोगों के अलावा बाहर से आने वाले सैलानी भी उठा रहे हैं। महोत्सव के जरिये राज्य की खाद्य संस्कृति का प्रसार हो रहा है, महोत्सव में कुल 105 स्टॉल हैं। इनमें 14 स्टॉल पड़ोसी राज्यों के हैं। कई स्टॉल का संचालन महिला स्वयं सहायता समूह कर रहे हैं।
कई महिलाओं का कहना है कि ये पहल महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण का अहम जरिया है। इससे उन्हें अपना पाक कौशल दिखाने और आमदनी बढ़ाने का मौका मिल रहा है, खाद्य मेला 10 दिसंबर तक चलेगा।
खरीदारों का कहना है कि “मैंने देखा कि यहां पर फूड फेस्टिवल चल रहा है, बहुत सारे फूड स्टॉल्स लगे हैं तो मैं यहां पर आया। यहां पर अलग-अलग तरह के क्यूज़ीन लगे हुए हैं, बड़े अच्छे हैं। हां, बिल्कुल जाना पड़ता है क्योंकि शहरों में कहां मिलते हैं आपको, अब ये ट्रेडिशनल फूड है तो आना पड़ेगा आपको, जरूर एक बार ट्राई करना चाहिए। फेस्टिवल लगा हुआ था तो सोचा कि खाकर देखते हैं यहां का खाना। बढ़िया गांव की तरह खाना है इनका। ये लगा हुआ था तो अब पता लग गया कि अब खाकर जाते हैं। राजमा-चावल खा रहे हैं और घर के और सामना ले रहे हैं वो खाएंगे।”
“ये स्वयं सहायता समूहों के स्टॉल लगे हैं और विभिन्न- विभिन्न प्रकार के खाने हैं, जो व्यंजन हैं जो हमें खाने को मिल रहे हैं। यहां आस पड़ोस में आप देखेंगे तो आप किसी भी स्टॉल में जाएंगे तो आपको जो उनके इलाके का व्यंजन है वो खाने को मिल रहा है। क्योंकि मैं खुद कांगड़ा से हूं तो कांगड़ा में कांगड़ी धाम है वो बहुत मशहूर है। लेकिन यहां आप जाएंगे तो यहां बिलासपुरी धाम है, हमीरपुरी धाम है तो बहुत सारे व्यंजन आपको खाने को मिलेंगे तो ये बहुत ही अच्छा है।”
एसएचजी कार्यकर्ता सुनीता ठाकुर ने बताया कि “सरकार ने हमें बहुत सारी ऐसी चीजें दी हुई हैं जैसे जो रहने की सुविधा जो है वो फ्री है और स्टॉल हमारा फ्री है। तो हमने काफी जगह ये स्टॉल लगाए हैं। बहुत फायदा मिलता है हमें। जो सरकार हमें देती है उसमें काफी हमारा बच जाता है।”
“जैसे हम यहां पर बना रहे हैं तो मैं सभी महिलाओं को यही कहना चाहती हूं कि वो घर में तो खाना बनाती ही हैं अगर वो भी यहां आकर बनाएं तो वो भी कमाई कर सकती हैं यहां आकर, जैसे हम कमा रहे हैं तो वे भी कमा सकती हैं यहां आकर। मैं महिलाओं से यही कहना चाहती हूं कि आएं और यहां आकर अपनी कमाई करें। सरकार ने हमें बहुत अच्छा मंच दिया है जिसके जरिए हम बहुत अच्छी कमाई कर सकते हैं।”