Share market: इक्विटी बेंचमार्क सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी ने बुधवार को लगातार तीसरे कारोबारी सत्र में अपनी बढ़त का सिलसिला जारी रखा। वैश्विक शेयर बाजारों में तेजी के बीच आईटी और टिकाऊ उपभोक्ता सामान के शेयरों में खरीदारी से बाजार में मजबूती आई।
अमेरिकी सरकार के शटडाउन के संभावित समाधान और अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दर में कटौती की बढ़ती उम्मीदों की वजह से निवेशकों की धारणा में ज्यादा सुधार हुआ।
30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 595 अंक चढ़कर 84,466 पर जबकि 50 शेयरों वाला एनएसई निफ्टी 180 अंक बढ़कर 25,875 पर बंद हुआ।
सेंसेक्स में शामिल शेयरों में एशियन पेंट्स, टेक महिंद्रा, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, बजाज फिनसर्व और अडाणी पोर्ट्स सबसे ज्यादा चढ़े।जबकि टाटा स्टील, टाटा मोटर्स पैसेंजर व्हीकल्स, टाटा मोटर्स कमर्शियल व्हीकल्स, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड और कोटक महिंद्रा बैंक के शेयर सबसे ज्यादा लुढ़के।
मार्केट एक्सपर्ट पुरातन भारती ने बताया कि “वैश्विक बाजारों, खासकर अमेरिकी और एशियाई बाजारों में, बेहतर रुख देखने को मिला, जिससे जोखिम उठाने की क्षमता बढ़ी है और साथ ही कम भी हुई है, जिससे इक्विटी बाजार में जोखिम उठाने की क्षमता भी बढ़ी है।इसके अलावा, अमेरिकी राष्ट्रपति और हमारे अधिकारियों के इस बयान के बाद कि आगे किसी और दौर की बातचीत की जरुरत नहीं है, व्यापारिक नतीजों और भारत-अमेरिका के साथ बेहतर संबंधों को लेकर आशावाद बढ़ा है।इसलिए हमने कम ब्याज दरों पर, ज्यादातर 25,350 से 25,500 के आसपास, खरीदारी देखी है, जिससे निफ्टी ऊपर की ओर बढ़ा है।”
क्षेत्रीय मोर्चे पर आईटी, उपभोक्ता टिकाऊ वस्तुएं, दूरसंचार, ऑटो, स्वास्थ्य सेवा और तेल एवं गैस शेयरों ने बाजार की रफ्तार को आगे बढ़ाया। जबकि धातु और रियलिटी शेयरों में नरमी रही।
जापान के निक्केई, सियोल के कोस्पी और हॉन्गकॉन्ग के हैंगसेंग सहित लगभग सभी एशियाई बाजार बढ़त के साथ जबकि चीन का शंघाई कम्पोजिट गिरावट के साथ बंद हुआ।
यूरोप के बाजारों में बुधवार को मिला-जुला रुख रहा, अमेरिकी बाजार मंगलवार को अधिकतर बढ़त के साथ बंद हुए। विदेशी संस्थागत निवेशक मंगलवार को शुद्ध विक्रेता रहे और उन्होंने 803 करोड़ रुपये से ज्यादा के शेयर बेचे।