President: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अफ्रीकी देश के समाज और अर्थव्यवस्था में योगदान के लिए भारतीय समुदाय की सराहना की और भारत की विकास यात्रा में उनकी भागीदारी का आग्रह किया। मुर्मू अपनी तीन देशों की अफ्रीका यात्रा के अंतिम दौर में लिलोंग्वे पहुंचीं, राष्ट्रपति ने यहां प्रवासी भारतीयों को संबोधित करते हुए कहा कि ”मलावी के लोगों ने भारतीय संस्कृति को अपनाया और भारतीयों ने अलग-अलग क्षेत्रों में योगदान दिया जो इस स्थायी मित्रता का एक चमकदार उदाहरण है।”
मुर्मू ने विदेशों में रहने वाले अपने नागरिकों के कल्याण के लिए भारत सरकार की प्रतिबद्धता पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि “भारत से बाहर रहने वाले हमारे देशवासियों का कल्याण हमारी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। हम भारतीयों की चिंताओं को दूर करने और उनकी सुरक्षा, कल्याण और समृद्धि सुनिश्चित करने के लिए दुनिया भर में अपने साझेदारों के साथ काम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
वैश्विक मंच पर भारत की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए मुर्मू ने वैश्विक दक्षिण के लिए एक प्रमुख आवाज के रूप में देश की जिम्मेदारी पर जोर दिया। इससे पहले मुर्मू ने यहां भारत-मलावी बिजनेस मीट को संबोधित किया और कहा कि कृषि, खनन, ऊर्जा और पर्यटन के क्षेत्र में द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने की अपार संभावनाएं हैं।
राष्ट्रपति मुर्मू अल्जीरिया और मॉरिटानिया की सफल यात्रा के बाद यहां पहुंचीं, जहां उन्होंने द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ाने के लिए अपने समकक्षों के साथ बातचीत की।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि “हमारे पूर्वजों ने गंभीर साहस दिखाते हुए 100 साल में पहले आकर मलावई में बसे और भारत- मलावई मित्रता का आज भी यहां प्रतिनिधित्व कर रहे, जोकि एक उदाहरण है। मलावई के लोगों ने तहे दिल से भारत और इसके लोगों को अपना बनाया है। साथ ही प्रवासी भारतीय ने मलावई में विभिन्न सामाजिक और व्यावसायिक क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।”