Politics: केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने एनईपी को लेकर चल रहे विवाद पर तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन से कहा कि राजनैतिक मतभेदों से ऊपर उठें। उन्होंने कहा कि स्टालिन ने अच्छी भावना से पीएम मोदी को पत्र नहीं लिखा है। उन्होंने कुछ काल्पनिक चिंताओं का जिक्र किया है और पत्र राजनैतिक बातों से भरा है।
धर्मेंद्र प्रधान ने स्टालिन को लिखे पत्र में कहा कि तमिलनाडु के मुख्यमंत्री को राजनैतिक मतभेदों से ऊपर उठकर छात्रों के हितों के बारे में सोचना चाहिए क्योंकि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति से उन्हें लाभ होगा।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि “मुझे पता चला कि तमिलनाडु के सीएम एम.के. स्टालिन ने पीएम मोदी को एक पत्र लिखा है। उन्होंने पत्र अच्छे भाव से नहीं लिखा है। उन्होंने कुछ काल्पनिक चिंताओं का उल्लेख किया है और पत्र राजनैतिक प्रेरणा से भरा है।”
इसके साथ ही कहा कि “एनईपी का जिक्र करना एक अदूरदर्शी दृष्टिकोण बेहद अनुचित है। मैं राजनैतिक मतभेदों और संकीर्ण दृष्टिकोण से ऊपर उठने की अपील करता हूं। मैंने तमिलनाडु के सीएम को एक पत्र लिखा है और उनसे अनुरोध किया है कि केंद्र एनईपी को लागू करने के लिए प्रतिबद्ध है, हम देश के सभी हिस्सों को विकसित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। प्रधानमंत्री को तमिल साहित्य, भाषा और विरासत पर बहुत गर्व है। मैं फिर से सभी से राजनैतिक दृष्टिकोण से बाहर आने की अपील करता हूं। हमें अपने छात्रों के भविष्य के लिए समिति बनानी होगी।”