Politics: सत्ता का गलत इस्तेमाल करने के लिए प्रियांक खरगे को मंत्री पद से इस्तीफा देना चाहिए- शहजाद पूनावाला

Politics: बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने बेंगलुरू में एयरोस्पेस पार्क में अपने भाई राहुल खरगे को जमीन देने के लिए कर्नाटक के मंत्री प्रियांक खरगे के इस्तीफे की मांग की। प्रियांक और राहुल, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के बेटे हैं। शहजाद पूनावाला ने कहा कि “बेंगलुरू में हाई-टेक, डिफेंस और एयरोस्पेस पार्क में नागरिक सुविधाओं के विकास के लिए एससी समुदाय को दी जाने वाली 45.94 एकड़ में से पांच एकड़ जमीन केआईएडीबी (कर्नाटक इंडस्ट्रियल एरिया डेवलपमेंट बोर्ड) उद्योग मंत्रालय की तरफ से खरगे के परिवार की तरफ से संचालित ट्रस्ट को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं। इस ट्रस्ट में खुद प्रियांक खरगे सहित खरगे परिवार के सभी सदस्य शामिल हैं। इसका नेतृत्व खरगे के दूसरे बेटे राहुल खरगे कर रहे हैं।”

उन्होंने पूछा कि “सवाल यह है कि क्या ये सत्ता का दुरुपयोग, हितों का टकराव, भाई-भतीजावाद, परिवारवाद नहीं है। दूसरा, केआईएडीबी के माध्यम से उद्योग मंत्री ने तुरंत ये जमीन कैसे सौंप दी? खरगे के पारिवारिक ट्रस्ट के सत्ता में आने के एक साल बाद, तीसरा, खरगे परिवार कब एयरोस्पेस उद्यमी बन गया कि वो इस जमीन के लिए एलिजिबल हो गए,

शहजाद पूनावाला ने कहा कि निष्पक्ष जांच होने तक प्रियांक खरगे को मंत्री वद से इस्तीफा दे देना चाहिए। शहजाद पूनावाला, प्रवक्ता, बीजेपी “बेंगलुरू में हाई-टेक, डिफेंस और एयरोस्पेस पार्क में नागरिक सुविधाओं के विकास के लिए एससी समुदाय को दी जाने वाली 45.94 एकड़ में से पांच एकड़ जमीन केआईएडीबी (कर्नाटक इंडस्ट्रियल एरिया डेवलपमेंट बोर्ड) उद्योग मंत्रालय की तरफ से खरगे के परिवार की तरफ से संचालित ट्रस्ट को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं। इस ट्रस्ट में खुद प्रियांक खरगे सहित खरगे परिवार के सभी सदस्य शामिल हैं। इसका नेतृत्व खरगे के दूसरे बेटे राहुल खरगे कर रहे हैं। सवाल ये है कि क्या ये सत्ता का दुरुपयोग, हितों का टकराव, भाई-भतीजावाद, परिवारवाद नहीं है। दूसरा, केआईएडीबी के माध्यम से उद्योग मंत्री ने तुरंत ये जमीन कैसे सौंप दी? खरगे के पारिवारिक ट्रस्ट के सत्ता में आने के एक साल बाद? तीसरा, खरगे परिवार कब एयरोस्पेस उद्यमी बन गया कि वो इस जमीन के लिए एलिजिबल हो गए? चौथा, क्या ये अनुसूचित जाति उद्यमियों के लिए अन्याय नहीं है। क्या ये एससी समुदाय के उद्यमियों, एससी समुदाय के युवाओं के साथ अन्याय नहीं है?”

इसके साथ ही कहा कि “सिद्धारमैया जी एमयूडीए के सभी घोटालों में उलझे हुए थे और अब अचानक हम खरगे परिवार के ट्रस्ट को ये जमीन मिलने के इन सभी दस्तावेजों को देख रहे हैं और शायद इसमें बहुत बड़ी अवैधता है। शायद इस पर एक बड़ा सवालिया निशान है। ये दस्तावेज कैसे आए? क्या कांग्रेस पार्टी की आंतरिक कलाह भी अब स्तर पर आ रही है? लेकिन इस बीच खरगे और उनके परिवार को स्पष्ट रूप से सामने आना चाहिए। एक स्वतंत्र जांच की इजाजत देनी चाहिए। प्रियांक खरगे को जवाबदेही लेनी चाहिए क्योंकि वो एक मंत्री हैं। जब तक स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच नहीं हो जाती, उन्हें पद छोड़ना होगा। सिद्धारमैया, सवाल ये है कि क्या आप इस मंत्री पर कार्रवाई करेंगे”

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