PM Modi: एक निजी टीवी चैनल के शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि “आज भारत क्या सोचता है” विषय पर बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा कि “आज भारत न केवल सपनों का देश है, बल्कि ऐसा देश भी है जो काम करता है।” प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) जैसी जांच एजेंसियों की आलोचना करने के लिए विपक्षी दलों पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने जनता का पैसा लूटा है, उन्हें इसे वापस करना होगा।
भारत की विदेश नीति पहले सभी देशों से समान दूरी बनाए रखने की थी, लेकिन अब यह “समान निकटता” की है। उन्होंने कहा कि देश के प्रयासों, नवाचारों और विचारों को आज दुनिया में पहले से कहीं अधिक महत्व दिया जा रहा है। मोदी ने ये भी कहा कि भारत अब न केवल विश्व व्यवस्था में भाग ले रहा है, बल्कि इसके भविष्य को आकार देने और सुरक्षित करने में भी योगदान दे रहा है।”
उन्होंने कहा कि “ईडी का दिन-रात दुरुपयोग किया जा रहा है… लेकिन इसने 22,000 करोड़ रुपये से अधिक की वसूली की है। यह पैसा कानूनी तौर पर उन लोगों को वापस किया जा रहा है, जिनसे इसे लूटा गया था।” प्रधानमंत्री ने कहा कि दुनिया की निगाहें भारत पर टिकी हैं और दुनिया भर के लोग भारत के बारे में जानने के लिए उत्सुक हैं। उन्होंने कहा कि आजादी के 70 साल बाद दुनिया की 11वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला भारत महज सात-आठ साल में पांचवें स्थान पर पहुंच गया है।
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) की एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए मोदी ने कहा कि भारत दुनिया की एकमात्र बड़ी अर्थव्यवस्था है जिसने पिछले 10 साल में अपने सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) को दोगुना किया है। उन्होंने आगे कहा कि नव-मध्यम वर्ग सपनों और आकांक्षाओं के साथ एक नया जीवन देख रहा है, साथ ही अर्थव्यवस्था में योगदान दे रहा है और इसे जीवंत बना रहा है।
भारत में दुनिया की सबसे बड़ी युवा आबादी है, पीएम मोदी ने कहा, उन्होंने कहा कि देश के युवा तेजी से कुशल बन रहे हैं, जिससे नवाचार में तेजी आ रही है। उन्होंने कहा, “भारत पहले भारत की विदेश नीति का मंत्र बन गया है… भारत ने एक बार सभी देशों से समान दूरी बनाए रखने की नीति का पालन किया था। मौजूदा नजरिया सभी के साथ समान रूप से निकटता पर जोर देता है।” प्रधानमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि वैश्विक समुदाय अब भारत की राय, नवाचारों और प्रयासों को पहले से कहीं अधिक महत्व देता है, अपने संबोधन में, मोदी ने वैश्विक सुरक्षा में भारत की महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में भी बात की, खासकर कोविड महामारी के दौरान।
उन्होंने कहा कि संदेह को दरकिनार करते हुए भारत ने अपने स्वयं के टीके विकसित किए, तेजी से टीकाकरण सुनिश्चित किया और 150 से अधिक देशों को दवाएं उपलब्ध कराईं। प्रधानमंत्री ने कहा कि प्राकृतिक आपदाओं की चुनौती से निपटने के लिए, जो दुनिया भर में बुनियादी ढांचे को भारी नुकसान पहुंचाती हैं। भारत ने आपदा रोधी बुनियादी ढांचे के लिए गठबंधन (सीडीआरआई) की स्थापना की पहल की है।
उन्होंने कहा कि सीडीआरआई आपदा की तैयारी और तन्यकता को मजबूत करने के लिए वैश्विक प्रतिबद्धता का प्रतिनिधित्व करता है। भविष्य की चुनौतियों, खासकर ऊर्जा संसाधनों से निपटने के लिए वैश्विक सहयोग के महत्व पर जोर देते हुए मोदी ने अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन की भारत की पहल को सबसे छोटे देशों के लिए भी स्थायी ऊर्जा पहुंच सुनिश्चित करने के समाधान के तौर पर उजागर किया।
उन्होंने निर्भरता से आत्मनिर्भरता, आकांक्षाओं से उपलब्धियों और हताशा से विकास में परिवर्तन पर प्रकाश डाला। मोदी ने याद किया कि 10 साल पहले गांवों में शौचालयों की समस्या के कारण महिलाओं के पास सीमित विकल्प थे, लेकिन आज स्वच्छ भारत मिशन ने उनकी समस्या का समाधान प्रदान किया है। उन्होंने कहा कि 2013 में स्वास्थ्य सेवा के बारे में चर्चा महंगे उपचारों के इर्द-गिर्द घूमती थी, लेकिन आज आयुष्मान भारत एक समाधान प्रदान करता है। इसी तरह उन्होंने इस बात पर रोशनी डाली कि गरीबों की रसोई, जो कभी धुएं से जुड़ी थी। अब उज्ज्वला योजना से लाभान्वित हो रही है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि 2013 में जब महिलाओं से बैंक खातों के बारे में पूछा जाता था तो वे अक्सर चुप रहती थीं, लेकिन आज जन धन योजना के कारण 30 करोड़ से अधिक महिलाओं के पास अपने बैंक खाते हैं। उन्होंने कहा कि दुनिया भारत के विकास मॉडल को पहचान रही है और स्वीकार कर रही है। पीएम मोदी ने कहा, “भारत अब केवल सपनों का देश नहीं बल्कि साकार करने वाला देश है।” उन्होंने बताया कि ऑनलाइन बैंकिंग हर घर तक पहुंच गई है और देश में अब हर पांच किलोमीटर के दायरे में एक बैंकिंग टचपॉइंट है। प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार ने न केवल बैंकिंग बुनियादी ढांचे का विस्तार किया है, बल्कि बैंकिंग प्रणाली को भी मजबूत किया है।
मोदी ने इस बात पर प्रकाश डाला कि बैंकों की गैर-निष्पादित संपत्ति (एनपीए) में उल्लेखनीय कमी आई है और उनका मुनाफा 1.4 लाख करोड़ रुपये के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गया है। उन्होंने कहा कि जनता का पैसा लूटने वालों को अब जवाबदेह ठहराया जा रहा है, उन्होंने कहा कि ईडी ने 22,000 करोड़ रुपये से अधिक की वसूली की है और ये पैसा कानूनी रूप से पीड़ितों को वापस किया जा रहा है, जिनसे ये लिया गया था।
उन्होंने कहा कि आयकर रिटर्न (आईटीआर) दाखिल करने की प्रक्रिया अब पहले के समय की तुलना में बहुत सरल और तेज है। पिछले 10-11 सालों में हर क्षेत्र और क्षेत्र में भारत के परिवर्तन पर प्रकाश डालते हुए पीएम मोदी ने मानसिकता में आए महत्वपूर्ण बदलाव पर जोर दिया। आजादी के बाद दशकों तक भारत में एक ऐसी मानसिकता को बढ़ावा दिया गया जो विदेशी वस्तुओं को श्रेष्ठ मानती थी। उन्होंने कहा कि दुकानदार अक्सर अपने उत्पादों को यह कहकर बेचते थे, “ये विदेशी है।” प्रधानमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि अब स्थिति बदल गई है और आज लोग सक्रिय रूप से पूछ रहे हैं, “क्या यह भारत में बना है?”