PM Modi: राष्ट्रपति मोहम्मद इरफान अली का भारत के साथ एक विशेष अटूट नाता है, पिछले वर्ष मुख्य अतिथि के रूप में प्रावासी भारतीय दिवस की शोभा बढ़ाई। उनकी यात्रा से हर क्षेत्र में हमारे सहयोग से नई ऊचाइयों पर ले जाने की प्ररेणा मिली थी। आज के बैठक में हमने, हमारे सहयोग को मजबूत करने के लिए कई नए इंसेंटिव की पहचान की है। भारत फार्मा प्रोडक्ट के लिए गुयाना का महत्वपूर्ण स्त्रोत है। हम फार्मा एक्सपोर्ट बढ़ाने के साथ-साथ गुयाना में जन औषधी की केंद्र बनाने पर भी काम करेंगे।
भारत की ऊर्जा सुरक्षा में गुयाना अहम भूमिका होगी। इस संदर्भ में लॉग टर्म साझेदारी के लिए एक खाका तैयार किया जाएगा। भारत और गुयाना सहमत है कि सभी समस्याओं का समाधान डायलॉग और डिप्लोमेसी से होना चाहिए। आज हम दोनों के बीच 2027 तक कल्चरल एक्सचेंज एग्रीमेंट पर सहमति बनी है। इससे हमारे पीपल टू पीपल टाइल्स और मजबूत होंगे।”
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गुयाना के राष्ट्रपति मोहम्मद इरफान अली ने संबंधों को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित करते हुए कई मुद्दों पर बातचीत की। साथ ही भारत और गुयाना ने रक्षा, व्यापार, ऊर्जा, फार्मा और कृषि के क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर सहमति जताई है. दोनों पक्षों ने पांच समझौतों पर हस्ताक्षर किए जो हाइड्रोकार्बन, स्वास्थ्य सेवा, संस्कृति और कृषि जैसे विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग प्रदान करने पर आधारित हैं।
पीएम मोदी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि गुयाना, भारत की एनर्जी सिक्योरिटी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा और इस क्षेत्र में दोनों देशों के बीच लंबे समय की साझेदारी के लिए एक रूपरेखा तैयार की जाएगी, उन्होंने कहा कि 56 वर्षों के बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री की गुयाना यात्रा द्विपक्षीय संबंधों में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत “56 वर्षों के बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री की गुयाना यात्रा पर आना हमारे संबंधों में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। गुयाना के साथ मेरा निजी रूप से गहरा नाता रहा है। लगभग 24 वर्ष पहले एक सामान्य नागरिक के रूप में मुझे यहां आने का अवसर मिला था।