Navratri: नवरात्रि, देवी दुर्गा के नौ स्वरूपों की आराधना का पर्व है, जो आमतौर पर नौ दिनों तक चलता है। लेकिन कुछ वर्षों में यह देखा गया है कि नवरात्रि 10 दिन तक मनाई जाती है, जिसे आम भाषा में “नवरात्रि का एक दिन बड़ा होना” कहा जाता है। यह विशेष संयोग तब बनता है जब हिंदू पंचांग के अनुसार कोई एक तिथि दो दिन तक पड़ती है या कोई तिथि लोप (क्षय) हो जाती है।
ऐसे में नवरात्रि की पूजा विधि में बदलाव नहीं होता, लेकिन दिन की संख्या बढ़ जाती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, जब नवरात्रि का एक दिन अतिरिक्त होता है, तो इसे देवी का विशेष आशीर्वाद माना जाता है। इस दिन भक्त उपवास, पूजन और साधना कर मां दुर्गा से और भी अधिक कृपा पाने का प्रयास करते हैं। यह अतिरिक्त दिन साधकों को आत्मिक शांति और ऊर्जा प्रदान करता है। देवी की कृपा से जुड़ा यह संयोग, भक्तों के लिए और अधिक श्रद्धा और आस्था का प्रतीक बन जाता है।
इस बार भी नवरात्रि का एक दिन बड़ा है यानि इस बार नवरात्रि 10 दिन तक बनाई जाएगी। इस साल शारदीय नवरात्रि में नवरात्रि का तीसरा दिन दो बार पड़ा है, इस हिसाब से आज नवरात्रि की सप्तमी तिथि है। सप्तमी तिथि पर मां कालरात्रि की पूजा की जाती है, जो मां दुर्गा का सातवां स्वरूप हैं।
सप्तमी तिथि नवरात्रि का वह दिन है जब साधक अपनी साधना को और अधिक तेज करते हैं। इस दिन का महत्व इसलिए भी अधिक है क्योंकि यह शक्ति, साहस और निडरता का प्रतीक माना जाता है। मां कालरात्रि, अपने भयानक रूप में दुष्ट शक्तियों का नाश करती हैं और अपने भक्तों की रक्षा करती हैं।