Milk price: गुजरात सहकारी दूध विपणन महासंघ यानी ‘अमूल’ ब्रैंड के दूध की कीमत दो रुपये लीटर बढ़ा दी है, अमूल ने यह फैसला आम चुनाव के लिए वोटिंग खत्म होने के बाद किया है, देर रात फेडरेशन ने बताया कि दो रुपये लीटर की बढ़ोतरी से खुदरा कीमत में तीन से चार फीसदी की बढ़ोतरी होती है, यह औसत महंगाई से काफी कम है।
वडोदरा में दूध व्यापारी और लोग दूध की कीमत बढ़ाने से खफा नजर आ रहे हैं, अमूल की तरफ से कहा गया कि उसने फरवरी, 2023 से दूध की कीमतों में इजाफा नहीं किया है, लिहाजा डेयरी कारोबार से जुड़ी दूसरी चीजें महंगी होने की वजह से दूध के दाम बढ़ाना जरूरी हो गया था।
फेडरेशन ने यह दलील भी दी है कि दूध उत्पादक संघों ने पिछले साल के मुकाबले किसानों को दी जाने वाली दूध की कीमत छह से आठ फीसदी बढ़ा दी है, दिल्ली में आज दूध खरीदने पहुंचे लोग कीमत बढ़ने से परेशान नजर आए, अमूल ब्रैंड अपनी नीति के मुताबिक एक रुपये में से 80 पैसे किसानों को देता है, अमूल की गिनती देश में दूध के बड़े ब्रैंड के तौर पर होती है।
विजय एम. पटेल, दूध व्यापारी, वडोदरा “वो तो हमारा भी क्लेम करेंगे कि आपने भाव बढ़ा दिया। हमने बोला हमने कहां भाव बढा़या वो डेयरी वाल ने बढ़ाया। जब 18 रूपये की थैली थी गाय की जब 40 पैसे का फायदा था, आज भी 40 पैसे का फायदा है। 27 रूपये हो गया तब भी हमारा व्यापारी का कोई फायदा नहीं होता है और आदमी का हर एक चीज का व्यापारी का भाव बढ़ जाता है।”
निवासी मेरे हिसाब से दूध का भाव दो रुपये तो नहीं बढ़ना चाहिए क्योंकि मिडिल क्लास के लिए बहुत ज्यादा प्रॉब्लम होगी क्योंकि जिस हिसाब से महंगाई बढ़ रही है, उस हिसाब से सैलरी वगैरह नहीं बढ़ रही है तो 25 – 50 पैसे हो तो हम समझे पर दो रूपये तो बहुत ज्यादा है हमारे लिए।”
इससे हमारा घर का बजट पूरा बिगड़ जाएगा, एक मिडिल क्लास फैमिली का जीना मुश्किल हो जाएगा। ये खाली दो रूपये का इम्पैक्ट मत समझिए, इसके साथ काफी ज्यादा दिक्कतें आएगी, काफी ज्यादा प्रोडेक्टस के रेट बढ़ जाएंगे, तो मतलब आम आदमी का जीना मुश्किल होता जा रहा है, एक दूध जैसी चीज का एक साथ दो रूपये बढ़ाना, आज अमूल का बढ़ा है, कल मदर डेयरी का बढ़ेगा। सबका बढ़ जाएगा, एक आम आदमी का जीना तो बहुत मुश्किल है।”