Manipur Floods: लगातार तेज बारिश से मणिपुर बदहाल है, 19 हजार से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं और तीन हजार से ज्यादा घरों को नुकसान पहुंचा है, सरकारी आंकड़ों के मुताबिक बाढ़ से विस्थापितों को शरण देने के लिए 31 राहत शिविर बनाए गए हैं। इनमें ज्यादातर इंफाल पूर्व में हैं।
इंफाल और इंफाल पूर्व जिले के कई हिस्से डूब गए हैं। जल भराव का असर राजधानी के कई दफ्तरों और अस्पतालों पर पड़ा है। चेकॉन में नदी खतरे का निशान पार कर गई है, जिससे सरकारी जवाहरलाल नेहरू इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में भी पानी भर गया है।
इंफाल पूर्व, खास कर बशिखोंग में भारी संख्या में लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। बशिखोंग-कोंगबा इरोंग कैचमेंट इलाके में नदी ने किनारा तोड़ दिया है, जिससे पूर्वी इलाके के कई घर पानी में डूब गए हैं।
स्थानीय कम्यूनिटी हॉल में करीब 65 परिवारों ने शरण ली है, लोगों का आरोप है कि अभी तक सरकार से कोई मदद नहीं मिली है। वे फौरन राहत पहुंचाने की अपील कर रहे हैं।
मौसम विभाग ने बताया कि उत्तर-पूर्वी राज्यों में बारिश में कमी आई है, फिर भी आने वाले समय के लिए यहां तेज बारिश का ऑरेंज एलर्ट जारी किया गया है। बाढ़ को देखते हुए राज्यपाल ने अगले आदेश तक इंफाल पूर्व, इंफाल पश्चिम और सेनापति सब-डिविजन के स्कूलों में छुट्टी का आदेश दिया है।
मौसम विभाग वैज्ञानिक डॉ. नरेश कुमार ने कहा कि “डेंस रेनफॉल स्पेल नॉर्थ ईस्टर्न स्टेट में चल रहा था। कल तक था। कल से, आज से जो उसका रेनफॉल एक्टिविटी है कम हो गया है। उसके लिए हमारा ऑरेंज अलर्ट है तीनों ही सब डिवीजन में अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर और मिजोरम वहां हमने आज और कल के लिए ऑरेंज अलर्ट दिया है। उसका कारण ये है कि वहां हम वैरी हेवी रेनफॉल एक्सपेक्ट कर रहे हैं 12 सेंटीमीटर से ज्याद रेनफॉल हो सकता है।”
इसके साथ ही स्थानीय निवासियों का कहना है कि “अभी तक गवर्नमेंट साइड से कोई नहीं आता है। तो हम लोगों का कैंप तो यहां में खोला है। अब हम लोग ऐसे ही रहता है। तो हम लोगों की तो गवर्नमेंट से भी अभी पानी के लिए तीन दिन से कोशिश कर रहे हैं। ऐसे नहीं हो रहा है पानी के लिए। तो अचानक कल पौने 11 बजे ऐसे थोड़ा सोते से कॉल आई थी तो वहीं से ये हो गया था। तो पौने दो बजे में हम लोग ऐसे डूब गया था। तो अभी भी मेरे लड़के लोगों से मैं ऐसे बोला है अभी वही जगह में तो तीन, चार, छह घर तो अभी भी अंदर में हैं बोला है।”