Lakhpati Didi: उत्तर प्रदेश के भदोही जिले की रहने वाली संतोषी देवी कभी आर्थिक तंगी से जूझ रही थीं लेकिन अब उन्हें लखपति दीदी के नाम से जाना जाता है। संतोषी देवी 2019 में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत ‘अनन्या’ स्वयं सहायता समूह में शामिल हो गईं थीं और इसके जरिए अब वे आत्मनिर्भर बन गई हैं।
छोटे-छोटे लोन्स की मदद से, उन्होंने एक साड़ी की दुकान और किराए के टेंट का बिजनेस शुरू किया। आज वे सालाना एक लाख रुपये से ज़्यादा कमाती हैं। संतोषी देवी की प्रेरणादायक यात्रा को देखते हुए, उन्हें 15 अगस्त को लाल किले पर आयोजित होने वाले स्वतंत्रता दिवस समारोह में विशेष अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है।
संतोषी देवी, लखपति दीदी “हम एनआरएलएम में जुड़े हैं 2019 से और 2019 से हम लोग जुड़े हैं तो अपना 2025 से अपना रोजगार की शुरुआत की है। पहले हमारे पति एक छोटी-मोटी कंपनी में कार्य करते थे, उसके साथ-साथ छोटी सी एक वाहन लिए थे चार पहिए की तो वो चलाते थे। उससे हमारा गुजारा नहीं हो रहा था तो हम इसे जुड़े तब जाकर अपना, मतलब एक हौसला जारी हुआ तब जाकर हमने अपने हौंसले को जारी किया और इस वजह से पैसे लेकर हमने स्वयं का रोजगार डाला है।”
लवकुश, संतोषी देवी के पति “सर बहुत खुशी है। बहुत अच्छा हमको लग रहा है कि सब लोगों को मौका मिले, सब लोग जाए वहां पर। सर पहले हमारे बहुत प्रॉब्लम था। सब जब से 2019 से इस समूह में जुड़ी है, 2024 में हम अक्टूबर में दुकान डाले हैं उससे हमको बहुत ही अच्छा बेनिफिट्स चल रहा है। हमारा परिवार भी संतुष्ट है।”
संतोषी देवी अपनी सफलता का श्रेय राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन को देती हैं ये एक प्रमुख सरकारी कार्यक्रम है जो ग्रामीण महिलाओं को उद्यमी बनने और कम से कम एक लाख रुपये प्रति वर्ष कमाने के लिए सशक्त बनाता है।
बाल गोविंद शुक्ला, सीडीओ, भदोही “जनपथ के ज्ञानपुर ब्लॉक में लक्ष्मणपट्टी गांव के एक अनन्या स्वयं सहायता समूह है, जिसमें ‘लखपति दीदी’ के रूप में चयन किया गया है संतोषी देवी पत्नी लव कुश का। इनके द्वारा राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन से समूह में 15 हजार रुपये आरएफ के रूप में तथा सीआईएफ के रूप में एक लाख 10 हजार रुपये की धन राशि प्राप्त की गई है।”
15 अगस्त को एक उद्यमी के रूप में अपनी उपलब्धियों के कारण संतोषी देवी उन चुनिंदा लोगों में शामिल होंगी जिन्हें लाल किले पर भारत के स्वतंत्रता दिवस समारोह में विशेष सीट आरक्षित की जाएगी।