Kashmir: जम्मू-कश्मीर के गुलमर्ग के पास वेलू क्रालपोरा गांव में ऐसी कालीन तैयार की गई है, जिसे एशिया की सबसे बड़ी हैंड मेड कालीन माना जा रहा है, इस कालीन का आकार 72 गुणा 40 फीट है। ये हैंड मेड कालीन 2,880 वर्ग फीट के क्षेत्र को कवर करती है।
20 से ज्यादा कारीगरों के एक ग्रुप ने नौ साल में इस कालीन को बुना है, कारीगरों को उम्मीद है कि उनकी मेहनत कश्मीर घाटी में हैंड मेड कालीनों की खत्म हो रही कला को फिर से जिंदा करने में मदद करेगी।
कालीन बुनकरों का कहना है कि ये कारपेट, सबसे बड़ा कारपेट है, अभी आज की डेट में। ईरान में बना होगा, वूलेन में कहीं पर बना होगा इससे भी कम, लेकिन यहां जो है ये सबसे बड़ा कारपेट है। 2880 स्क्वायर फुट है ये कारपेट, 37 करोड़ के ऊपर इसमें टोटल गांठ है, इस कारपेट में। टोटल 37 करोड़ के ऊपर, 37.5 करोड़ के आसपास इसमें गांठ है, पूरे कारपेट में, ऐसा चीज आजतक बना नहीं है।
इसके साथ ही बुनकरों ने कहा कि “इतना कारपेट बना ही नहीं है कश्मीर में आजतक। आज बन गया ये, इसको हो गया नौ साल बनाते-बनाते। इसको मेरे ख्याल से कम से कम 30-40 कारीगर लगा हुआ है काम पर। इतना कारपेट मैंने देखा ही नहीं आज तक। मुझे हो गया है 25-30 साल ये काम करते-करते। मैंने देखा है जिंदगी में पहली बार ये कारपेट।”