Kargil: भारतीय सेना की वीरता और बलिदान को श्रद्धांजलि देने के लिए, कारगिल विजय दिवस की 25वीं वर्षगांठ के अवसर पर पुराने कारगिल स्मारक से रंधावा टॉप तक स्मारक बाइक रैली का आयोजन किया गया।
यह रैली 1999 के कारगिल युद्ध में पाकिस्तान पर भारत की महत्वपूर्ण जीत का जश्न मनाने के लिए आयोजित की गई थी। रैली का आयोजन भारतीय सेना ने एसएईएल और एनजीओ पवन पृथ्वी पानी के सहयोग से किया था। कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि ब्रिगेडियर जयदीप चंदा ने पुराने कारगिल स्मारक पर एक भव्य पुष्पांजलि समारोह के साथ हुई, जिसमें 1947-48 में कारगिल की रक्षा करते हुए देश के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले बहादुर सैनिकों को सम्मानित किया गया।
इसमें शहीदों के नाम, उनकी रेजिमेंट और उनके के जरिए लड़ी गई लड़ाइयों की जानकारी शामिल है, ताकि ये सुनिश्चित किया जा सके कि उनकी विरासत भविष्य की पीढ़ियों के लिए संरक्षित रहे।
इस विरासत स्थल में अब रक्षक और कैसिपर जैसे पुराने माइन-प्रोटेक्टेड वाहन हैं, साथ ही पॉइंट 13620 की प्रतिष्ठित पृष्ठभूमि के साथ “आई लव इंडिया” सेल्फी पॉइंट भी है, जो हमारे सशस्त्र बलों की ताकत और लचीलेपन का प्रतीक है। 13,620 फीट की ऊंचाई पर ये चोटी भारत-पाक संघर्षों का केंद्र बिंदु रही है, जिसने 1947 से भारत और पाकिस्तान के बीच सभी चार युद्धों में लड़ाई देखी है। लगभग 35 किलोमीटर की बाइक रैली को रंधावा टॉप पर कुछ ही समय बाद हरी झंडी दिखाई गई।