Jammu-Kashmir: जम्मू-कश्मीर डाक सेवा विभाग ने श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में राज्य स्तरीय डाक टिकट प्रदर्शनी का आयोजन किया। अधिकारियों ने बताया कि तीन दिवसीय डाक टिकट प्रदर्शनी, में लगभग 50,000 डाक टिकट और दूसरी डाक वस्तुएं प्रदर्शित की गईं हैं।
अधिकारियों ने बताया कि तीन दिवसीय ‘काशपेक्स 2023’ का उद्घाटन ब्रिगेडियर के भारद्वाज ने मुख्य पोस्टमास्टर जनरल, जम्मू-कश्मीर सर्कल, कर्नल विनोद कुमार के साथ कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में किया।
प्रदर्शनी में टिकटों, पत्र लेखन और वर्चुअल डिस्प्ले के माध्यम से भारत की समृद्ध संस्कृति, विरासत, इतिहास, प्रकृति, वन्य जीवन और उपलब्धियों को सामने लाया गया। अधिकारियों ने कहा कि इसके अलावा 1800 और 1900 के दशक के कुछ दुर्लभ और पुराने टिकट भी प्रदर्शनी में शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि प्रदर्शनी भारत और दूसरे देशों के कुछ बेहतरीन टिकटों, पहले दिन के कवर, लघु शीट और स्टांप कार्ड को देखने का एक दुर्लभ अवसर है। प्रदर्शनी का उद्देश्य टिकटों के माध्यम से देश की समृद्ध संस्कृति, परंपरा और इतिहास के बारे में युवाओं को बताना और जागरूकता पैदा करना है।
प्रदर्शनी में लाल चौक शहर के केंद्र में स्थित प्रसिद्ध ‘घंटा घर’ पर एक विशेष कवर भी जारी किया गया, इस अवसर पर बोलते हुए, मुख्य पोस्टमास्टर जनरल, जम्मू-कश्मीर सर्कल ने आम लोगों के जीवन और भारतीय डाक के विशाल नेटवर्क में भारतीय डाक की भूमिका पर प्रकाश डाला।
कुमार ने दर्शकों, मुख्य रूप से स्कूली बच्चों से आग्रह किया कि वे ज्ञान और मौद्रिक मूल्य में वृद्धि के दोहरे लाभ के साथ डाक टिकट कलेक्शन को एक शौक के रूप में अपनाएं। वहीं चीफ पोस्टमास्टर जनरल ने कहा कि “अलग-अलग टिकटों के माध्यम से, बच्चों को वनस्पतियों और जीवों के बारे में, संस्कृति, मसालों और कई दूसरी चीजों के बारे में पता चलेगा। मेरा सभी पेरेंट्स, सभी स्कूल के प्रिंसिपलों से अनुरोध है कि वे अपने बच्चों और छात्रों को इस प्रदर्शनी में भेजें ताकि बच्चे इस खूबसूरत शौक को अपना सकें।”