Jammu-Kashmir: जम्मू कश्मीर के रामबन में नेशनल हाइवे 44 पर बनिहाल और काजीगुंड को जोड़ने वाली 2.85 किलोमीटर लंबी जवाहर सुरंग का रिनोवेशन और मेंटिनेंस का काम पूरा होने वाला है।
इस प्रोजेक्ट का मकसद सुरंग की सुरक्षा और संरक्षा में सुधार के साथ-साथ यहां की खूबसूरती को बढ़ाना है। बीआरओ यानी सीमा सड़क संगठन ने प्रोजेक्ट बीकन के तहत सुरंग पर काम शुरू किया था जो कश्मीर में महत्वपूर्ण सड़क बुनियादी ढांचे के विकास और रखरखाव की देखरेख करता है।
मोश वरया इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड से प्रोजेक्ट इंजीनियर जय बागवान सिंह ने कहा कि “इसमें हमने टोटल साढ़े 62 करोड़ का हमारे को काम अलॉट हुआ था बीकन की तरफ से तो इसमें हमने जैसे सिविल, इलेक्ट्रिकल मैकेनिकल, फायर फाइटिंग सब कुछ इसमें मिलाकर के हैं। जिसमें हमारा सिविल का, इलेक्ट्रिकल का सारा काम पूरा हो चुका है। लास्ट में जो फिनिशिंग होता है सारा सिस्टम को ऑनलाइन चालू करना है वो सिस्टम चल रहा है। पांच-सात दिन के अंदर-अंदर वो सारा कुछ कंप्लीट हो जाएगा और उसके बाद में फिर हम लोग ये जो बीकम को बिफोर हैंड ओवर कर देंगे।”
जवाहर टनल पुराने जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग पर बनिहाल और काजीगुंड को जोड़ती है। इसका रणनीतिक महत्व भी काफी ज्यादा है। अधिकारियों ने बताया कि तीन साल पहले बनिहाल-काजीगुंड फोर-लेन टनल के उद्घाटन के बावजूद, जवाहर टनल कनेक्टिविटी के लिए काफी अहम है, मौजूदा वक्त में इस टनल से ईंधन और ज्यादा ज्वलनशील सामग्री ले जाने वाले टैंकर गुजरते हैं। 2021 से ट्रैफिक को नई सुरंग की ओर मोड़ दिया गया है।