Jammu-Kashmir: जम्मू-कश्मीर के गांदरबल में आतंकी हमले के बाद वहां प्रवासी मजदूरों में डर का माहौल है और वो जल्द से जल्द अपने घर जाना चाहते हैं, जम्मू कश्मीर के गांदरबल में हुए आतंकी हमले के बाद से वहां के प्रवासी मजदूर खुद को असुरक्षित और भयभीत महसूस कर रहे हैं।
एक सुरक्षा गार्ड ने कहा, “मैं यहां काम करता था लेकिन अब घर वापस जा रहा हूं, यहां जो हुआ उसे देखकर मैं डर गया हूं। मैंने इस तरह का हमला पहले कभी नहीं देखा।”
उन्होंने बताया कि हमले के बाद कम से कम 10 लोगों ने अपनी नौकरियां छोड़ दी हैं, सुरंग निर्माण स्थल पर आतंकवादियों के हमले में एक डॉक्टर और छह मजदूरों की मौत हो गई थी। माना जाता है कि कम से कम दो आतंकवादियों ने मजदूरों के समूह पर अंधाधुंध गोलीबारी की, जिसमें स्थानीय और गैर-स्थानीय दोनों शामिल थे।
दो मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि चार अन्य और डॉक्टर ने बाद में दम तोड़ दिया। पांच लोगों का इलाज चल रहा है। सुरक्षा गार्ड अंकित देव सिंह ने बताया कि “हम यही काम करते थे। अब हम घर जा रहे हैं। घबराहट हो होती है क्योंकि जिसने पहली बार जिसने देखा हो ऐसा। पहले कभी ऐसा सोचा नहीं था। मन में ही नहीं था। इतनी दूर से आए है इधर जम्मू से काम करने के लिए। हमने बता दिया है सर को कि हमें नहीं करने है काम।हम घर जा रहे हैं।”
इसके साथ ही कहा कि “बोल रहे थे ड्यूटी करने के लिए तो हमने साफ मना कर दिया कि हम ड्यूटी नहीं करेंगे। रात में जब नाइट ड्यूटी लगेगी तो अकेला बंदा साइट पर रहेगा तो डर तो लगेगा ही। इसलिए हमने बोला कि ड्यूटी नहीं करेंगे, घर जाएंगे।