Jammu: उत्तरी कश्मीर के उरी का लगामा गांव अखरोट की गिरी के लिए दुनिया भर में प्रसिद्ध है, यहां का अखरोट मार्केट अपने समृद्ध व्यापार का प्रमाण है। एलओसी से सिर्फ चार किलोमीटर दूर श्रीनगर-मुजफ्फराबाद रोड पर लगामा गांव कश्मीर में अखरोट उत्पादन का महत्वपूर्ण केंद्र है, जो दुनिया भर में बेहतरीन अखरोटों की आपूर्ति करता रहा है, लेकिन आज ये अखरोट बाजार अपने अस्तित्व को बचाने के लिए संघर्ष कर रहा है।
दुकानदारों का कहना है कि पांच फीसदी जीएसटी और गिरती कीमतों की वजह से बाजार काफी प्रभावित हुआ है और अब उद्योग पर निर्भर 10,000 से ज्यादा परिवारों की आजीविका खतरे में पड़ गई है, बाजार की गिरावट की वजह से दुकानों की संख्या तो कम हो ही गई हैं साथ ही उन स्थानीय मजदूरों के रोजगार पर भी असर पड़ा है जिन्हें कभी यहां पर स्थाई काम मिलता था।
कुछ व्यापारियों का कहना है कि अखरोट कारोबार का दोबारा से अपना पुराना गौरव हासिल करना थोड़ा मुश्किल है, क्योंकि बाजार में गिरावट लगातार जारी है, हालांकि इन चुनौतियों के बावजूद लगामा बाज़ार कश्मीर के समृद्ध इतिहास और विरासत का आज भी प्रतीक बना हुआ है।
यहां के व्यापारियों को उम्मीद है कि सरकार जीएसटी को कम करने और इंपोर्ट को रेगूलेट करने के लिए जरूर कुछ कदम उठाएगी। क्योंकि इस ऐतिहासिक बाजार और यहां से रोजगार पाने वाले हजारों लोगों का भविष्य अधर में लटका हुआ है। व्यापारियों का कहना है कि “हमें इतना मालूम है कि जिसके पीछे जीएसटी लगा है जीएसटी से ये खत्म ही हो गया। ये काम ही खत्म हो गया है। अब हमारी मजबूरी है ये काम करने के लिए कोई काम है नहीं, इसलिए मजबूर हैं ये काम करने के लिए।”