Jammu: जम्मू-कश्मीर के प्रवासी निवासियों ने बुधवार को जम्मू के जगती टाउनशिप में दूसरे फेज में वोट किया, वोटरों ने कामना की कि आगामी सरकार उनकी लंबे समय से लंबित समस्याओं का समाधान करेगी। श्रीनगर जिले में 93 उम्मीदवार मैदान में हैं, इसके बाद बड़गाम जिले में 46, राजौरी जिले में 34, पुंछ जिले में 25, गांदरबल जिले में 21 और रियासी जिले में 20 उम्मीदवार मैदान में हैं।
जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव के दूसरे फेज में बुधवार को छह जिलों की 26 विधानसभा सीटों पर वोटिंग हो रही है। इसमें 25.78 लाख वोटर अपने वोट का इस्तेमाल करेंगे। सेकेंड फेज की 26 सीटों में से 15 सीटें सेंट्रल कश्मीर और 11 सीटें जम्मू की हैं। चुनाव आयोग के मुताबिक, दूसरे फेज में 239 कैंडिडेट्स मैदान में हैं। इनमें 233 पुरुष और छह महिलाएं हैं।
वोटिंग के लिए 3502 पोलिंग केंद्र बनाए हैं। संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा पुख्ता की गई। प्रमुख उम्मीदवारों में पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला, जेकेपीसीसी अध्यक्ष तारिक हामिद कर्रा और बीजेपी के रवींद्र रैना मैदान में हैं।
दूसरे फेज में सबसे ज्यादा आठ श्रीनगर में और सबसे कम दो सीटें गांदरबल जिले की हैं। इनके अलावा बड़गाम और राजौरी की पांच-पांच, रियासी और पुंछ की तीन-तीन सीटों पर वोट डाले जाएंगे। श्रीनगर डिवीजन में गांदरबल, श्रीनगर, बड़गाम और जम्मू डिविजन में रियासी, राजौरी और पुंछ शामिल हैं। श्रीनगर की हब्बाकदल सीट पर सबसे ज्यादा 16 कैंडिडेट्स चुनावी मैदान में हैं। वहीं राजौरी की बुद्धल में चार उम्मीदवारों के बीच मुकाबला है।
प्रवासी वोटरों का कहना है कि “हमारी बहुत सारी समस्याएं है जो केंद्र सरकार और राज्य सरकार दोनों को पता है, मुझे विश्वास है कि नई सरकार हमारी सभी समस्याओं का समाधान करेगी। हर बार वह सुरक्षित वापसी की बात करते हैं, लेकिन अब तक ऐसा नहीं हो सका है। हम उम्मीद करते हैं कि नई सरकार ऐसा करेगी।”