Jammu: जम्मू-कश्मीर के बांदीपोरा में सोनावारी विधानसभा इलाके के लोग 10 साल बाद होने जा रहे विधानसभा चुनाव में वोट डालने के लिए बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं, इलाके के लोगों के कई मुद्दे हैं। हालांकि उनके खास मुद्दों में बेरोजगारी और जम्मू कश्मीर का राज्य का दर्जा दोबारा बहाल होना है।
विधानसभा चुनाव के ऐलान के बाद से सोनावारी के नौजवान काफी खुश है। उन्हें उम्मीद है कि इस बार युवा नेता ही चुनाव जीतेगा, 90 सीटों वाली जम्मू कश्मीर विधानसभा के लिए 18 सितंबर से एक अक्टूबर तक तीन चरणों में वोटिंग होगी, सोनावारी में एक अक्टूबर को वोट डाले जाएंगे जबकि काउंटिंग आठ अक्टूबर को होगी।
निवासी, बांदीपोरा “असली मुद्दा है वो अभी जो स्टेट का मसला है। अनएम्पलॉयमेंट का मसला है, डेवलपमेंट तो है, हेल्थ सेक्टर की बात है, जब कोविड हुआ, तो इसके बाद हेल्थ सेक्टक भी बहुत बड़ा थ्योरी है। बहुत सारे मुद्दे हैं। जम्मू कश्मीर पहला रियासत है जिसको स्टेट से यूटी में तव्दील किया गया, यह कश्मीरियों के खिलाफ भारत सरकार द्वारा उठाया गया एक बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण कदम था। लोग डरते थे, उनके दिमाग में एक फोबिया था, वो नहीं चाहते थे कि इलेक्शन में हिस्सा लें। मुझे लग रहा है कि इन 10 सालों में जो चेंज देखने के मिल रहा है इसकी वजह से आजकल के यूथ तैयार हो गए इलेक्शन लड़ने के लिए कि आज उस इलेक्शन में और इस इलेक्शन में बहुत ज्यादा फर्क है।”
“सबसे पहले हम शुक्रिया कर रहे हैं इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया का, 10 साल के बाद जो इलेक्शन अनाउंस हुआ है तो इसके लिए लोग इंतजार कर रहे थे कि इलेक्शन कब होंगे जे एंड के में, खासकर यूथ पार्टिसिपेट कर रहे हैं, यूथ का इसमें आना अच्छी बात है कि एजुकेटेड यूथ इसमें पार्टिसिपेट कर रहा है। ये हमारे लिए अच्छी बात है कि अगर कोई अच्छा एजुकेटेड यूथ जीते के जाएगा।”