Indigo: इंडिगों की उड़ानों में व्यवधान आठवें दिन भी जारी रहा, विमानन कंपनी ने बेंगलुरू और हैदराबाद से करीब 180 उड़ानें रद्द कर दीं। गुजरात के अहमदाबाद में, इंडिगो के कई यात्री अपने सामान के बारे में जानकारी लेने के लिए सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पहुंचे। उनका कहना है कि एक हफ्ते बाद भी उन्हें अपना सामान वापस नहीं मिल पाया है।
वहीं एयरलाइन की तरफ से उन्हें भरोसा दिलाया गया था कि उनका सामान उनके घरों तक पहुंचा दिए जाएगा। हालांकि कई यात्रियों की शिकायत है कि इंडिगो की ग्राहक सेवा हेल्पलाइन ने जवाब देना पूरी तरह से बंद कर दिया था, जिससे उन्हें बार-बार हवाई अड्डे के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं।
कुछ यात्रियों ने कहा कि ग्राहक सेवा हेल्पलाइन नंबर पर कोई जवाब नहीं मिलने पर उन्हें मजबूरन अपने गृह नगरों से अहमदाबाद तक सफर तय करना पड़ा। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने अपने अधिकारियों को देश भर के हवाई अड्डों पर जाकर जमीनी हालात की समीक्षा करने और यह देखने के लिए भेजा है कि क्या हवाई अड्डे और एयरलाइंस, खासकर इंडिगो, पिछले सात-आठ दिनों से मची अफरा-तफरी के बीच यात्रियों की सुविधा का ध्यान रख रहे हैं।
बेंगलुरू के केम्पेगौड़ा हवाई अड्डे के एक अधिकारी ने बताया कि इंडिगो यात्रियों तक उनके सामान जल्द से जल्द पहुंचाने के लिए कदम उठा रहा है। इस बीच नागर विमानन मंत्री के. राममोहन नायडू ने इंडिगो के खिलाफ कड़ी और उचित कार्रवाई का भरोसा दिलाया है। मंत्री के बयान पर नाराज़गी जताते हुए विपक्षी दलों ने लोकसभा से वॉकआउट किया।
नागर विमानन मंत्री नायडू ने कहा कि सरकार इंडिगो के शीतकालीन उड़ान कार्यक्रम में कटौती करेगी और विमानन कंपनी के हालिया बड़े पैमाने पर परिचालन व्यवधानों के बाद उन्हें दूसरे संचालकों को आवंटित करेगी। हरियाणा के गुरुग्राम स्थित एयरलाइन इंडिगो भारत के कुल घरेलू हवाई यातायात का 65 प्रतिशत से ज्यादा संभालती है। उसने सोमवार को सिर्फ छह मेट्रो हवाई अड्डों से ही 560 से ज्यादा उड़ानें रद्द कर दी थीं।
नागरिक उड्डयन मंत्रालय के निदेशक शंकेश मेहता ने कहा कि मुझे बताया गया है कि बड़ी संख्या में सामान पहले ही हटा दिया गया है। मैंने उन सामानों का जायजा लिया, जो अंदर पड़े हैं। अधिकांश सामान को श्रेणीबद्ध और खास तरीके से व्यवस्थित किया गया है, ताकि वे अपनी अंतिम मंजिल तक पहुंच सकें। बहुत सारा सामान दूसरी जगहों से बेंगलुरू आया है, ताकि वो संबंधित यात्रियों तक पहुंचाया जा सके।
मैंने इंडिगो टीम से भी बात की है, वे यात्रियों के साथ संपर्क में हैं। वास्तव में उन्हें समस्या का सामना करना पड़ रहा है, जहां बहुत से यात्री किसी तरह संपर्क में नहीं हैं, क्योंकि उन्होंने एजेंट्स के माध्यम से बुकिंग की है, या उन्होंने अपना मोबाइल और ईमेल अपडेट नहीं किया है। इसलिए, उन सभी यात्रियों से भी हम अपील करते हैं कि वे हवाई अड्डे या इंडिगो से संपर्क करें। उनका सामान सुरक्षित है और उन्हें भेज दिया जाएगा।”
इसके साथ ही नागर विमानन मंत्री राममोहन नायडू ने कहा कि “नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने इंडिगो के सीईओ और सीओओ को नोटिस दिए हैं और विस्तृत जांच शुरू कर दी गई है। परिणाम के आधार पर, वायुयान नियमों और अधिनियम के तहत कड़ी और उचित कार्रवाई की जाएगी। हालांकि कोई भी एयरलाइन चाहे कितनी भी बड़ी हो, योजनाओं में विफलता, नियमों का पालन न करना या कानूनी प्रावधानों का उल्लंघन करके यात्रियों को ऐसी कठिनाइयों में डालने की अनुमति नहीं दी जाएगी।”