Indigo: इंडिगो एयरलाइन की सेवाओं में बाधा के बाद सरकार ने सख्ती शुरू कर दी है, सरकार का प्रयास है कि यात्रियों को परेशानियों को कम किया जाए। वहीं इस मामले में मंत्रालय ने साफ निर्देश दिया है कि जहां भी कमी या लापरवाही मिलेगी, उसे तुरंत ठीक किया जाए। इंडिगो की उड़ानों में आ रही बड़ी बाधा और अफरा-तफरी के चलते सरकार अब पूरी स्थिति पर कड़ी नजर रख रही है।
नागरिक उड्डयन मंत्रालय और डीजीसीए 3 दिसंबर से सभी हवाई अड्डों की स्थिति को रियल-टाइम में मॉनिटर कर रहे हैं। इस मामले पर एक उच्च-स्तरीय समीक्षा बैठक की गई, जिसमें सभी वरिष्ठ अधिकारियों ने स्थिति की पूरी जानकारी ली।
वहीं यात्रियों को हो रही दिक्कतों को देखते हुए मंत्रालय ने अपने वरिष्ठ अधिकारियों को देशभर के एयरपोर्ट्स पर भेजने के निर्देश दिए हैं। उनका काम होगा, एयरलाइन संचालन की स्थिति को जमीन पर जाकर समझना और यात्रियों से बात कर उनकी शिकायतों और समस्याओं को जानना। सरकार ने साफ कहा है कि जहां भी कमी या लापरवाही मिलेगी, उसे तुरंत ठीक किया जाएगा, ताकि यात्रियों को कम से कम परेशानी हो।
वहीं इससे पहले इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्स और सीओओ इसिड्रे पोरक्वेरस ने डीजीसीए के कारण बताओ नोटिस के जवाब दिया है। एयरलाइन ने डीजीसीए को बताया कि यह संकट किसी एक गलती का नतीजा नहीं था, बल्कि कई छोटी-बड़ी वजहों ने मिलकर इसे बड़ा बना दिया। सर्दियों के मौसम के लिए उड़ानों के समय में बदलाव किया गया था। इस बीच मौसम की प्रतिकूल परिस्थितियों ने भी उड़ानों को प्रभावित किया। इन स्थितियों के बीच एविएशन सिस्टम में बढ़ी हुई भीड़भाड़ से भी मुश्किलें बढ़ीं।
इंडिगो ने उड़ान सेवाओं में गडबड़ी के कारण यात्रियों को हो रही परेशानी के लिए गहरा खेद जताया है। इसके साथ ही एयरलाइन ने माना है कि यात्रियों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। उन्होंने इस पूरे संकट को कई कारणों का दुर्भाग्यपूर्ण और अप्रत्याशित संयोग बताया। एयरलाइन के अधिकारियों ने बताया कि कई मुसीबतें एक साथ आ गईं, जिनका अंदाजा उन्हें नहीं था।