Indian Army: भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले कश्मीर में नौ आतंकी ठिकानों पर सटीक मिसाइल हमले किए। इन ठिकानों में बहावलपुर में जैश-ए-मोहम्मद का गढ़ और मुरीदके में लश्कर-ए-तैयबा का ठिकाना शामिल था। इस ऑपरेशन का कोड नेम ऑपरेशन सिंदूर था, इसे जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के दो हफ्ते बाद अंजाम दिया गया, आतंकी हमले में 26 लोगों ने जान गंवाई थी।
पाकिस्तान के खिलाफ भारतीय सेनाओं की एयर स्ट्राइक के बाद पहलगाम आतंकी हमले के पीड़ितों के परिवारों ने सरकार की तरफ से दिए गए करारे जवाब की तारीफ की है। हमले में जान गंवाने वाले नौसेना अधिकारी लेफ्टिनेंट विनय नरवाल के पिता ने कहा कि मोदी सरकार ने पाकिस्तान को साफ और शक्तिशाली संदेश भेजा है।
लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की शादी पहलगाम आतंकी हमले से कुछ ही दिन पहले हुई थी और वे अपनी पत्नी हिमांशी के साथ जम्मू कश्मीर घूमने गए थे। आतंकवादियों ने विनय को नजदीक से गोली मारी। लेफ्टिनेंट विनय नरवाल के पिता राजेश नरवाल ने कहा कि भारत सरकार ने जो ये कदम उठाया है ये बिल्कुल सही किया है। और उनके नौ ठिकानों पर आज जो ये कड़ा प्रहार किया है ये उनके जहन में हमेशा गूंजता रहेगा ये और वो ऐसी कायरता पूर्ण काम करने की ऐसी हरकतें करने की भविष्य में सोचने से पहले सौ बार सोचेंगे।
22 अप्रैल के आतंकी हमले में मारे गए कानपुर के 31 साल के व्यवसायी शुभम द्विवेदी की पत्नी ने अपने पति की मौत का बदला लेने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सेनाओं को शुक्रिया अदा किया। पहलगाम आतंकी हमले में जान गंवाने वाले शुभम द्विवेदी की पत्नी “बिल्कुल सर बदला पूरा हुआ है या बदला पूरे होने की शुरूआत हुई है। क्योंकि आतंकवादी पूरे तरीके से खत्म होंगे। अभी शुरूआत की है उन्होंने और मुझे पता है मोदी जी जब तक उन्हें खत्म नहीं कर देंगे तब तक, अभी नौ हुए हैं, जितने और आतंवादी स्पॉट हैं वो सब खत्म करेंगे वो मैं जानती हूं। इतना विश्वास दिला दिया है उन्होंने।”
पहलगाम हमले में मारे गए लोगों में शामिल भारत भूषण के परिवार ने सरकार की कार्रवाई की तारीफ की और पाकिस्तान पर की गई एयरस्ट्राइक को सही ठहराया। भारत भूषण के पिता चन्नावीरप्पा भूषण ने कहा कि “मैंने अभी सुबह छह बजे खबर सुनी, वायुसेना ने पाकिस्तान में आतंकी शिविरों पर हमला किया है, वे मारे गए हैं। ऑपरेशन सिंदूर नाम सही है क्योंकि उन्होंने कई महिलाओं के सिंदूर हटा दिए थे। इसलिए, अब इसका नाम सिंदूर के नाम पर रखा गया है और ये एक अच्छा कदम है।”
पहलगाम हमले में मारे गए टट्टू वाले सैयद आदिल शाह के पिता ने इस बात पर संतोष जताया कि भारत सरकार ने आतंकवादी हमले के जवाब में तेजी से कार्रवाई की है। आदिल शाह ने पर्यटकों को बचाने की कोशिश में आतंकियों से बहादुरी से लड़ते हुए अपनी जान गंवा दी थी। आदिल हुसैन के पिता सैयद हैदर शाह ने कहा कि वह मैं आदिल हुसैन का बाप हूं लेकिन आज मैं खुश हूं जो फौज ने और नरेंद्र मोदी जी ने जो आज उन 26 लोगों का बदला लिया है तो इसमें बहुत आज मैं खुश हूं। मध्य प्रदेश के इंदौर में रहने वाले सुशील नथानियल ने भी पहलगाम आतंकी हमले में जान गंवाई थी। सुशीाल की पत्नी जेनिफर का कहना है कि उन्हें तब तक शांति नहीं मिलेगी जब तक कि उनके पति की जान लेने वाले चारों आतंकियों का खात्मा नहीं हो जाता।
शोक में डूबे छत्तीसगढ के रायपुर के व्यवसायी दिनेश मिरानिया के परिवार के लोग पाकिस्तान को सरकार की तरफ से दिए गए करारे जवाब से संतुष्ट हैं। अमर बंसल, दिनेश मिरानिया के रिश्तेदार “सरकार की गंभीरता की वजह से आज हम संतुष्ट हो रहे हैं कि जो उनके द्वारा हमला किया गया है वो विशेष बदला हुआ है और हमारा पूरा परिवार देश के अग्रज प्रधानमंत्री को धन्यवाद देता है।”
पहलगाम आतंकी हमले में अपने पिता संजय लेले और दो रिश्तेदारों को खोने वाले हर्षल लेले ने भारतीय सेनाओं द्वारा ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिए जाने के बाद कहा कि वे सरकार के इस कदम से संतुष्ट हैं। संजय लेले अपने परिवार और अपने रिश्तेदारों अतुल मोने और हेमंत जोशी के साथ छुट्टियां मनाने जम्मू कश्मीर गए थे लेकिन तीनों ही आतंकियों की गोलियों का शिकार बने, अतुल मोने की पत्नी चाहती हैं कि भारत आतंकवाद का पूरी तरह सफाया करे।
संजय लेले के बेटे हर्षल लेले ने कहा कि “मैं सहमत हूं कि भारत सरकार ने जो, कल मैंने देखा था कि जो प्रेस नोट जारी की थी वो, उसमें उन्होंने बताया था कि ये सिर्फ एक हमला नहीं है ये सिर्फ शुरुआत है। मैं सहमत हूं इस बात से कि अभी उन्होंने नौ मिसाइल लॉन्च की थी, लेकिन जितने भी स्पॉट्स हैं उनको सबको खत्म कर देना चाहिए।”
अतुल मोने की पत्नी अनुष्का मोने ने बताया कि”ऑपरेशन सिंदूर उन्होंने जो लॉन्च किया है। वो तो एक बदला है, उसकी शुरुआत है, अभी आतंकवादियों का जो मूल है उसे खत्म करना चाहिए। फिर से ये होना नहीं चाहिए ऐसा मुझे लगता है। देश के प्रति मुझे गर्व तो है और गया हुआ इंसान तो हमारा वापस नहीं आ सकता, लेकिन उन्होंने जो बदला लिया है वो अच्छा है।” पहलगाम आतंकी हमले में अपनों को गंवाने वाले परिवारों के नुकसान की भरपाई कभी नहीं की जा सकती। हालांकि भारतीय सेनाओं द्वारा पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर में नौ आतंकी ठिकानों पर किए गए मिसाइल हमलों का मकसद उन्हें कड़ी कार्रवाई का अहसास जरूर दिलाता है।