Indian Army: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह महाराष्ट्र के पुणे में 77वें सेना दिवस के कार्यक्रम में शामिल हुए, कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि कई देशों में “गैर-राज्य तत्वों” का उभरना और उनका आतंकवाद का सहारा लेना “चिंता का विषय” है।
उन्होंने कहा कि संघर्ष और युद्ध अधिक हिंसक और अप्रत्याशित हो जाएंगे। अपने भाषण की शुरुआत में राजनाथ सिंह ने कहा कि वह पुणे की वीर भूमि, छत्रपति शिवाजी की भूमि और बाल गंगाधर तिलक जैसे स्वतंत्रता सेनानियों को नमन करते हैं।
उन्होंने कहा कि शांति कायम करने के लिए ताकत जरूरी है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि “मैं मानता हूं कि आने वाले दिनोें में संघर्ष और युद्ध और अधिक हिंसक और अप्रत्याशित होंगे, अपरंपरागत और विषम तरीकों का इस्तेमाल लगातार बढ़ता रहा है। कई देशों में गैर-राज्य तत्वों का पनपना और उनका आतंकवाद का सहारा लेना ये भी एक चिंता का विषय है।
इसके साथ ही तकनीक के तेजी से हो रहे विकास के कारण फ्यूचर वॉर की तस्वीर भी काफी हद तक बदलने वाली है। आज साइबर और स्पेस डोमेंस बहुत तेजी से नए युद्ध क्षेत्र के रूप में उभर रहे हैं साथ ही पूरी दुनिया में नेरेटिव और नेरेटिव के साथ साथ परसेप्शन का भी एक युद्ध लड़ा जा रहा है। इसलिए भारतीय सेना को हमेशा इन मल्टी स्पेक्ट्रम चेलेंजस का सामना करने के लिए तैयार रहना ही होगा। इसलिए हमारी भारतीय सेना को समग्र पूंजी निर्माण और सुधार दोनों पर फोकस करना ही है।”