IND-PAK: भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच अधिकारियों द्वारा पूर्ण ब्लैकआउट लागू किए जाने के कारण अमृतसर, पठानकोट और फिरोजपुर के प्रमुख सीमावर्ती क्षेत्रों सहित पंजाब के कई जिलों में लोगों ने चिंता में रात बिताई, हालांकि उन्हें भारतीय सेना पर पूरा भरोसा है।
यह कदम भारत द्वारा जम्मू, पठानकोट और उधमपुर सहित अन्य क्षेत्रों में ड्रोन और मिसाइलों का इस्तेमाल करके सैन्य स्थलों पर हमला करने की पाकिस्तान की नई कोशिशों को तेजी से नाकाम करने के बाद उठाया गया है।
भारत ने यह कार्रवाई उत्तरी और पश्चिमी भारत के 15 शहरों में सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाने की पाकिस्तान की कोशिश को नाकाम करने के बाद की, लोगों ने बताया कि गुरुवार रात नौ बजे जब ब्लैकआउट लागू किया गया तो कोई अफरातफरी नहीं मची।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि “झूठी अफवाहों से बचिए रात को हमारे डीसी साहिबा का जो प्रशासन का तरफ से संदेश आया था। आर्डर आया था, पूरे नौ बजे ब्लैकआउट कर दिया गया। ब्लैकआउट का मतलब ये नही है कि आप लाइट अंदर जला लो, बाहर जला लो, इवन मोबाइल तक की भी लाइट बंद करिए।
सुबह पांच बजे लाइट आ गई थी और जो इनका स्कूल और कॉलेज वगैरह को बंद किया गया है। सिर्फ ये इसलिए पैनिक होने की जरूरत नहीं है। ये केवल सुरक्षा के मद्देनजर किया गया है। कुछ लोगों का कहना है कि उन्हें शुरुआत में थोड़ी चिंता हुई लेकिन उन्हें भरोसा था कि भारत, पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देगा और उनकी ये सोच सच साबित हुई।
“सारी जगह से पता चलता आ भी रहा है कि रूस का जो 400 है उसने सारी जगह उनकी आती मिसाइल को घेर दिया, ड्रोन को घेर दिया और हमारी कोई यहां से गई मिसाइलें वो बकायदा वहां पर बहुत अच्छे से गिरीं हैं और वहां पे उनके मुंहतोड़ जवाब मिला है।”
पंजाब और हरियाणा की साझा राजधानी चंडीगढ़ में भी आधी रात तक लगभग दो घंटे के लिए बिजली काटी गई, भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए पंजाब सरकार ने अगले तीन दिनों के लिए सभी शैक्षणिक संस्थानों को बंद करने का आदेश दिया है।