HMPV: देश के अलग-अलग राज्यों में एचएमपीवी वायरस के असर से निपटने के लिए खास तैयारियां की जा रही हैं। कहीं स्पेशल वार्ड बनाए जा रहे हैं, तो पर्याप्त उपकरणों के इंतजाम भी किए गए हैं। पश्चिम बंगाल, गुजरात, जम्मू-कश्मीर, राजस्थान और हिमाचल प्रदेश के स्वास्थ्य अधिकारियों ने पीटीआई वीडियो को बताया कि अस्पतालों ने एहतियात के तौर पर कई बिस्तरों, ऑक्सीजन सिलेंडरों से लैस स्पेशल वार्ड बनाए हैं।
जम्मू कश्मीर में स्वास्थ्य विभाग ने विशेष आईसीयू वार्ड बनाया है। यहां के गांधीनगर सरकारी अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. हामिद ने बताया कि “स्पेशल वार्ड हमने यहां रखा है मेडिकल आईसीयू यहां पे जिसमें हमारे पास आठ बेड है और सारे आठ बेड वेंटिलेटर सपोर्टिड हैं। उनमें 24 इन टू सेवन ऑक्सिजन सप्लाई भी है।”
वहीं गुजरात में तैयारियां की गई हैं, गांधीनगर के सिविल अस्पताल की अधीक्षक डॉ. मीता पारिख ने कहा, “हमने नौ आइसोलेशन वार्ड बनाए हैं और हर वार्ड में 25 बेड हैं। मरीजों के इलाज के लिए आवश्यक दवाएं तैयार हैं। नर्सों को चौबीस घंटे ड्यूटी के लिए लगाया गया है। परीक्षण के लिए, हमारे पास परीक्षण किट और पीपीई किट तैयार हैं।”
कर्नाटक, महाराष्ट्र और गुजरात से एचएमपीवी के कुछ मामले सामने आए हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि हालात काबू में है और लोगों से एहतियात बरतने की अपील की गई है।
डॉ. हामिद जरगर, चिकित्सा अधीक्षक, गांधीनगर सरकारी अस्पताल, जम्मू कश्मीर “स्पेशल वार्ड हमने यहां रखा है मेडिकल आईसीयू यहां पे जिसमें हमारे पास आठ बेड है और सारे आठ बेड वेंटिलेटर सपोर्टिड हैं। उनमें 24 इन टू सेवन ऑक्सिजन सप्लाई भी है। इसके अलावा भी उनका टेंप्रेचर सेंट्रली हिटेड है सारा हमारे पास। हमने प्रिपेअरेशन की हुई है, इसके अलावा भी हमारी बाकी हॉस्पिटल में 100 ऑक्सीजन सपोर्टिड बेड्स भी हैं अगर और भी जरूरत पड़े।”
गांधीनगर सिविल अस्पताल के अधीक्षक डॉ. मीता पारिख ने कहा कि “हमने नौ आइसोलेशन वार्ड बनाए हैं और हर वार्ड में 25 बेड हैं। मरीजों के इलाज के लिए आवश्यक दवाएं तैयार हैं। नर्सों को चौबीस घंटे ड्यूटी के लिए लगाया गया है। परीक्षण के लिए, हमारे पास परीक्षण किट और पीपीई किट तैयार हैं। सभी उपकरण गुजरात मेडिकल सर्विसेज कॉर्पोरेशन द्वारा तैयार किए गए हैं। हमारे ऑक्सीजन सिलेंडर तैयार हैं, जैसा कि हमने कोरोनोवायरस के लिए तैयार किया था।”
बीकानेर पीबीएम अस्पताल के अधीक्षक डॉ. पी. के. सैनी ने कहा कि “ऑक्सीजन प्लांट्स तैयार हैं, बाकी हमारे बेड हैं। अगर ये पेशंट्स ज्यादा संख्या में आते हैं तो हमारी विंग पूरी तरह से तैयार रखी हुई है और इसके लिए कोई पर्टिकुलर ट्रीटमेंट स्पेसिफाइड अगर भविष्य में गवर्नमेंट से डायरेक्शन मिलेंगे तो उस हिसाब से ट्रीटमेंट करेंगे पेंशट्स का।”