Himachal Pradesh: हिमाचल प्रदेश में बादल उटने से मची तबाही के बाद लोग अब अपनों के मिलने का इंतजार कर रहे हैं, शिमला जिले की सुन्नी तहसील से दो और शव बरामद किए गए है, जिसके बाद आपदा में मरने वालों की संख्या 16 पहुंच गई है।
लगातार हो रही बारिश सर्च और रेस्क्यू ऑपरेशन में बाधा बनी हुई है, बारिश की वजह से सतलुज नदी का पानी बढ़ गया है, हालात को देखते हुए समेज गांव में भारी वाहनों के लिए सड़क को बंद कर दिया गया है, ऐसे में सर्च टीम को पैदल ही जाना पड़ रहा है।
एनडीआरएप, एसडीआरएफ, होमगार्ड और पुलिस के 300 कर्मियों की टीम समेज गांव में सर्च ऑपरेशन चला रही है। इस बीच मौसम विज्ञान ने सात जिलों कांगड़ा, सिरमौर, चंबा, शिमला, कुल्लू, किन्नौर और मंडी के अलग-अलग हिस्सों में बाढ़ का अलर्ट जारी किया है।
जबकि मंगलवार बिलासपुर, चंबा, हमीरपुर, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, शिमला, सिरमौर, सोलन और ऊना के कुछ हिस्सों में बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इसके अलावा मौसम विभाग ने सात और 10 अगस्त को राज्य के अलग-अलग इलाकों में तेज बारिश, आंधी और बिजली गिरने का ऑरेंज अलर्ट भी जारी किया है।
बता दें कि हिमाचल प्रदेश के कुल्लू, मंडी और शिमला जिले में 31 जुलाई को बादल फटन से 16 लोगों की मौत हो गई, जबकि 40 लोग अब भी लापता हैं। करम सिंह, असिस्टेंट कमांडिंग ऑफिसर, एनडीआरएफ “जैसे बारिश हो रही है तो वॉटर लेवल बढ़ रहा है जगह-जगह लैंडस्लाइडिंग भी हो रही है तो कंटीन्यूअसली आप देख ही रहे है बीच-बीच में जेसीबी वगैरह लगी हुई है रोड क्लीयर करने के लिए और लगातार बागों में ज्वाइंट ऑपरेशन चला हुआ है। वाटर लेवल भले ही बढ़ा हुआ हो लेकिन हमारे जवान काफी एक्सपर्ट है, वेल-स्किलड है रोप-रेसक्यू वगैरह में जैसे नदी के उस पार भी जाना पड़ रहा है हमारे किसानों को तो रोप-रेस्क्यू , रोप की सहायता से नदी के उस पार जा रहे है। जो भी पॉसिबिलीटी है विक्टिम स्टक होने की वहां पर हमारा टीमें वहां पर कंटीन्यूअसली सर्च कर रही है। कैनाइन की सहायता ली जार रही है।”