Heatwave: भारतीय मौसम विभाग ने अप्रैल से जून के बीच देश के कई क्षेत्रों में सामान्य से ज्यादा अधिकतम तापमान रहने की संभावना जताई है। उत्तर-पश्चिम, मध्य और पूर्वी भारत के बड़े हिस्सों के लिए ऐसा अनुमान लगाया गया है। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि इन गर्मियों में सामान्य से ज्यादा दिनों तक लू चल सकती है। राजस्थान, गुजरात, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और पश्चिमी मध्य प्रदेश में इसके बढ़ने के आसार हैं।
महाराष्ट्र के विदर्भ की बात करें, तो यहां पहले से ही गर्मी है, अगले कुछ दिनों में अधिकतम तापमान 44 डिग्री तक पहुंचने की उम्मीद है। मौसम विज्ञानी एस. डी. सनाप ने बताया कि “महाराष्ट्र की बात करें तो कल जो है, टेम्परेचर कोस्टल रीजंस में 33 से लेके 36 डिग्री सेल्सियस तक दर्ज किया गया है। महाराष्ट्र की बात करें तो 38 से 40 डिग्री सेल्सियस तक तापमान को नापा गया है। और विदर्भ की बात करें तो कुछ-कुछ स्थानों पे 42 से लेके 44 डिग्री टेम्परेचर दर्ज किया गया है। और विदर्भ की बात करें तो हाट वेव जो है, वहां पे रियलाइज हुआ है।”
छत्तीसगढ़ में भी तापमान बढ़ रहा है, हालांकि पिछले कुछ हफ्ते से आंधी की वजह से तापमान सामान्य से नीचे दर्ज हुआ। वैज्ञानिक गायत्री वाणी ने कहा कि “पिछले एक हफ्ते, दो हफ्ते को देखें तो अधिकतम तापमान जो है, सामान्य से कम है, ठंडरस्टॉर्म की वजह से। पिछले 24 घंटों में अधिकतम तापमान वृद्धि का दौर थोड़ा चालू है। अगले 48 घंटों तक ये अधिकतम तापमान में वृद्धि जो है, वो जारी होने की संभावना है। लगभग एक से लेके दो डिग्री तक वृद्धि एक्सपेक्टेड है।”
ओडिशा के तटीय क्षेत्रों में भी अगले तीन दिनों तक गर्म और आर्द्र स्थिति रहने की संभावना है। मौसम विभाग के निदेशक मनोरमा मोहंती ने बताया कि “ओडिशा के तटीय जिलों में गर्म और आर्द्र स्थितियां बनी रहने की संभावना है। 24 और 25 तारीख को सुंदरगढ़, झारसुगुड़ा, संबलपुर, सोनपुर, अंगुल, बौध, बोलनगीर और नुआपाड़ा जिलों में अलग-अलग जगहों पर लू चल सकता है। इसके अलावा, तटीय ओडिशा के जिलों में भी गर्म और आर्द्र स्थितियां बनी रह सकती हैं। पूर्वानुमान के मुताबिक अगले तीन दिनों में राज्य भर में औसतन अधिकतम तापमान में तीन से पांच डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होगी। उसके बाद कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है।”
मौसम विभाग हीटवेव का ऐलान तब करता है जब मैदानी इलाकों में अधिकतम तापमान कम से कम 40 डिग्री सेल्सियस, तटीय क्षेत्रों में 37 डिग्री, पहाड़ी इलाकों में 30 डिग्री हो और तापमान सामान्य से 4.5 से 6.4 डिग्री ज्यादा हो। अगर तापमान सामान्य से 6.5 डिग्री सेल्सियस या इससे ज्यादा हो तो भीषण गर्मी कही जाएगी, साल 2024 सिर्फ भारत ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में सबसे गर्म साल रहा। इस साल 27-28 फरवरी के पास ही हीटवेव देखी गई, जबकि 2024 में ये पांच अप्रैल को दर्ज की गई थी।