Goa: गोवा के कृषि मंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री रवि नाइक का देर रात दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया।
सूत्रों ने बताया कि 79 वर्षीय नाइक को उनके गृहनगर पोंडा में दिल का दौरा पड़ा था। नाइक का गृहनगर पणजी से 30 किलोमीटर दूर है। उन्हें पोंडा शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां देर रात करीब एक बजे उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। उनके परिवार में पत्नी, दो बच्चे, एक बहू और तीन पोते-पोतियां हैं।
उनका अंतिम संस्कार आज दोपहर तीन बजे किया जाएगा, नाइक का पार्थिव शरीर पोंडा के खड़पाबांध स्थित उनके आवास पर लाया गया, जहां हजारों लोग उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए एकत्रित हुए।
नाइक को श्रद्धांजलि देते हुए गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने कहा कि उनके नेतृत्व, विनम्रता और जन कल्याण में योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा।
सावंत ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘हमारे वरिष्ठ नेता और कैबिनेट मंत्री रवि नाइक जी के निधन से गहरा दुख हुआ। गोवा की राजनीति के एक दिग्गज, मुख्यमंत्री और प्रमुख विभागों के मंत्री के रूप में उनकी दशकों की समर्पित सेवा ने राज्य के शासन और लोगों पर एक अमिट छाप छोड़ी है।’’
उन्होंने लिखा, ‘‘उनके नेतृत्व, विनम्रता और जन कल्याण में योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा। दुख की इस घड़ी में उनके परिवार, मित्रों और समर्थकों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना। ओम शांति।’’
नाइक महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (एमजीपी), कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी सहित कई दलों के उम्मीदवार के रूप में सात बार (छह बार पोंडा विधानसभा क्षेत्र से और एक बार मरकाइम विधानसभा क्षेत्र से) विधायक रहे।
वह पहली बार 1984 में एमजीपी के टिकट पर पोंडा विधानसभा क्षेत्र से राज्य विधानसभा के लिए चुने गए और 1989 में उन्होंने मरकाइम विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा। नाइक 1999, 2002, 2007 और 2017 में कांग्रेस के टिकट पर और 2022 में बीजेपी के टिकट पर पोंडा विधानसभा क्षेत्र से लगातार निर्वाचित हुए।
नाइक दो बार राज्य के मुख्यमंत्री रहे। पहली बार उन्होंने जनवरी 1991 से मई 1993 तक प्रगतिशील लोकतांत्रिक मोर्चे की गठबंधन सरकार का नेतृत्व किया। वह 1994 में गोवा के सबसे कम समय तक सेवा देने वाले मुख्यमंत्री बने। उनका कार्यकाल उस वर्ष दो अप्रैल से आठ अप्रैल तक केवल छह दिनों का रहा, नाइक 1998 में उत्तरी गोवा से संसद सदस्य भी थे।